भाजपा सांसद सावित्री बाई फुले ने मोहम्मद अली जिन्ना को महापुरुष बताया है. उत्तर प्रदेश के बहराइच से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सांसद सावित्री बाई फुले ने पार्टी लाइन के विपरीत जाकर कहा कि ऐसे महापुरुष की तस्वीर जहां जरूरत हो उस जगह पर लगाई जानी चाहिए. जिन्ना देश के महापुरुष थे, हैं और रहेंगे. देश की आजादी की लड़ाई में उनका योगदान था.
सावित्री बाई फुले यहीं नहीं रुकीं, बल्कि आगे उन्होंने कहा कि बहुजन समाज के असल मुद्दों, गरीबी, भुखमरी से ध्यान हटाने के लिए इस मामले को उठाया जा रहा है. सावित्री बाई फुले ने पहले से ही अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है और बीजेपी के खिलाफ हर मुद्दे पर अपनी आवाज बुलंद कर रही हैं.
सांसद सावित्री बाई फुले ने यूपी कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर के पिछड़ों की उपेक्षा के बयान को सही बताया. उन्होंने कहा कि ऐसा उनके साथ भी होता रहा है. उन्हें वाजिब मान-सम्मान नहीं मिला. उन्हें भारत की सांसद न कहकर दलित सांसद कहा जाता है. देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भारत का राष्ट्रपति न कहकर दलित राष्ट्रपति कहा जाता है. उन्हें वाजिब सम्मान मिला होता तो आंदोलन नहीं करतीं.Jinnah ek mahapurush the, desh ki aazadi ki ladai mein unko yogdaan tha. Vo mahapurush the, hain aur rahenge: Savitri Bai Phule, BJP MP pic.twitter.com/UrB8Ln0QeA
— ANI (@ANI) May 10, 2018
सावित्री बाई फुले पहले भी कई बार पार्टी लाइन के विरोध में जाकर बयान दिए हैं. इससे पहले दलित आंदोलन के बाद फुले ने कहा था कि राज्य सरकार भारत बंद के दौरान मारे गए लोगों को 50-50 लाख रुपये मुआवजा दे. उन्होंने कहा कि जो लोग भारत बंद के दौरान मारे गए हैं, सरकार उन्हें 50-50 लाख रुपये मुआवजा और उनके परिवार के एक सदस्य को नौकरी दे.