बंगाल में सेना की चहलकदमी को लेकर ममता बनर्जी के आरोपों पर बीजेपी नेता रूपा गांगुली ने कहा कि इसकी जानकारी सभी को थी, यह एक रूटीन एक्सरसाइज थी. ममता पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने सचिवालय में पैसा खर्च किया है इसलिए वहां रुकने का मन किया होगा. 5 जवानों को देखकर वह डर जाएं यह तो नहीं हो सकता.
ममता भी बंगाल की हैं और हम भी बंगाल के हैं, लेकिन ममता जो भी कर रही है वह हंसी का पात्र बन रही है जिसकी वजह से बंगाल के लोगों का मजाक बन रहा है ऐसा नहीं होना चाहिए. रूपा गांगुली ने ममता पर तंज कसते हुए कहा कि पिछले दिनों उनका कुत्ता बीमार हो गया था क्या इसके लिए भी मोदी जी जिम्मेदार हैं ?
उन्होंने कहा कि ममता यह सब अपनी राजनीति चमकाने के लिए कर रहीं है, पहले अन्ना जी उनके साथ नहीं आए अब कोई और नेता भी उनका साथ नहीं दे रहा है.
ममता ने कहा- ये सैन्य तख्तापलट है
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को सचिवालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दनकुनी और पलसित के दो टोल प्लाजा पर सेना की तैनाती पर चिंता जताई. ममता ने कहा कि राज्य सरकार को कोई भी सूचना दिए बगैर
इस तरह सेना को तैनात किया जाना एक गंभीर मुद्दा है. उन्होंने सचिवालय में ही डेरा जमाए रखा. ममता ने इसे आपातकाल जैसे हालात बताया और सैन्य तख्तापलट कहा. उन्होंने कहा, 'जब देश में इमरजेंसी लगाई जाती है तो केंद्र सरकार राज्यों
की कानून-व्यवस्था को अपने हाथ में ले लेता है. राष्ट्रपति इमरजेंसी की घोषणा करते हैं. लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ है. केंद्र सरकार ने सेना की जीप तैनात करने से पहले राज्य को अपने विश्वास में नहीं लिया है.'
पर्रिकर ने आरोपों को नकारा
रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि सेना को राजनीति में घसीटना गलत है, यह एक रुटीन अभ्यास है इसको मुद्दा बनाना गलत है. पर्रिकर बोले कि यह अभ्यास पुलिस के साथ मिलकर किया गया है, ऐसा ही अभ्यास 19, 21 नवंबर 2015 को भी
हुआ था. पर्रिकर ने कहा कि ममता के सेना पर लगाए गए इन आरोपों से दुख हुआ है. यह मुद्दा राजनीतिक हताशा के कारण उठाया गया है. वहीं सेना के मेजर जनरल सुनील यादव ने आरोपों को नकारते हुए कहा है कि ममता बनर्जी के आरोप
आधारहीन है, यह एक रुटीन अभ्यास है पिछले साल भी हमनें यहां अभ्यास किया था.