संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन अपने बयान में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी को कोसने वाले बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री थावर चंद गहलोत ने दूसरे दिन इस पर खेद जताया. बयान को लेकर कांग्रेस ने हंगामा किया तो गहलोत को बैकफुट पर आ गए.
उन्होंने सदन में दिए गए अपने बयान पर कहा, 'मैं सदन का सम्मान करता हूं. किसी की भावनाएं आहत करना मेरा उद्देश्य नहीं था. फिर भी अगर किसी को दुख होता है तो मुझे खेद है.'
गहलोत ने उठाया था सवाल
गुरुवार को शुरु हुए शीतकालीन सत्र में चर्चा के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपने संबोधन में कहा था कि जिन लोगों ने संविधान के निर्माण में कोई योगदान नहीं किया अब वह संविधान की बात करते हैं. इस पर पलटवार करते हुए बीजेपी सांसद और मंत्री गहलोत ने कहा कि अपने समय में सबसे ज्यादा संविधान का उल्लंघन करने वाली कांग्रेस अब संविधान की रक्षक बन रही है.
गहलोत ने पूर्व पीएम इंदिरा गांधी और राजीव गांधी का जिक्र भी किया और कहा कि कांग्रेस ने देश में आपातकाल लगाकर मनमानी की और संविधान की दुहाई दी जा रही है. उन्होंने कहा- 'इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की हत्या उनकी गंदी राजनीति की वजह से हुई है.' कांग्रेस ने इस बयान को पूर्व प्रधानमंत्री का अपमान बताते हुए विरोध और हंगामा शुरु कर दिया. साथ ही कहा कि बीजेपी सांसद बयान के लिए माफी मांगें.
सदन में हंगामा बढ़ा को गहलोत ने अपने बयान पर खेद प्रकट किया.