गुजरात के राजकोट में एक फैक्ट्री मालिक ने दलित कर्मचारी की पिटाई की और उस दलित की मौत हो गई. इस मामले में बीजेपी सांसद और दलित नेता उदित राज ने आजतक से खास बातचीत में कहा कि मैं 20 साल से दलितों के लिए काम करता रहा हूं और उनके लिए लड़ता रहा हूं. एक सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर मैं जवाब दे रहा हूं.
उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी में अनुशासन है, लेकिन मैं दलित की पिटाई के मामले मैं अपना मत देता हूं. उन्होंने कहा कि अहमदाबाद जैसे शहर में दलितों की स्थिति इतनी खराब है कि अगर दलित किसी सोसाइटी में रहता है तो उसको सारे लोग तिरस्कृत करते हैं. उसको मजबूर किया जाता है कि वह अपना घर बेचकर चला जाए.
बीजेपी सांसद ने कहा कि दलित की हत्या के ताजा मामले में सरकार ने सख्त कार्रवाई की और पांच लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है. उदित राज ने कहा, सरकार से मैं अनुरोध करता हूं कि जिस निर्दोष को मारा गया है, उसके आरोपी को सख्त से सख्त सजा दी जाए. जिससे आगे कोई नया मामला सामने ना आए. उन्होंने कहा कि दलितों के मामले पर विश्लेषण होना चाहिए और यह पता करना चाहिए कि इस भेदभाव को लेकर उसकी वजह क्या है. गुजरात, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक या केरल किसी भी राज्य में इस तरीके की घटनाएं सामने ना आएं.
उन्होंने कहा कि कानूनी व्यवस्था से इसको जोड़कर देखना ठीक नहीं है. इसके लिए सामाजिक व्यवस्था जिम्मेदार है और उसमें सुधार लाने की जरूरत है. उदित राज ने कहा कि सरकार इस पर कार्रवाई नहीं करती तो उस सरकार पर कार्यवाही होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि हर पार्टी दलितों के मुद्दे को लेकर लाभ लेने की कोशिश करेगी. प्रधानमंत्री जी हमेशा दलितों के प्रति चिंतित रहते हैं. वह दलित हित में लगातार काम कर रहे हैं, विपक्ष तो लगातार आरोप लगाता है, आरोप कोई भी लगाए उसको रोका नहीं जा सकता.
बता दें कि राजकोट में फैक्ट्री मालिक ने दलित व्यक्ति की पत्नी की भी बेरहमी से पिटाई की. गुजरात के दलित नेता और विधायक जिग्नेश मेवानी ने दलित युवक की पिटाई का वीडियो ट्वीट किया. जानकारी के मुताबिक, फैक्ट्री मालिक की पिटाई से मृत दलित व्यक्ति 40 वर्षीय मुकेश सावजी वानिया कचरा बीनने का काम करता था.