एम्स के चीफ विजिलेंस ऑफिसर (सीवीओ) संजीव चतुर्वेदी को हटाने के मामले में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन को अब अपनी ही पार्टी के नेताओं के सवालों का सामना करना पड़ रहा है. उनके फैसले पर उनकी पार्टी के ही नेता उंगली उठा रहे हैं. उत्तर-पश्चिम दिल्ली से बीजेपी सांसद उदित राज ने डॉ. हर्षवर्धन को इस मामले में चिट्ठी लिखी है. उन्होंने संजीव चतुर्वेदी की बर्खास्तगी के फैसले को वापस लेने की मांग की है. यही नहीं उदित राज ने कहा कि संजीव युवाओं के लिए रोल मॉडल हैं.
उदित राज ने अपनी चिट्ठी में कहा है कि संजीव को सीवीओ एम्स एक्ट के तहत लाया गया था और सीवीओ के पद को एम्स की स्टैंडिंग फाइनेंस कमेटी, गवर्निंग बॉडी और इंस्टीट्यूट बॉडी से मंजूरी मिली थी. उन्होंने कहा, उस समय के स्वास्थ्य मंत्री की अध्यक्षता में यह बैठक हुई थी और नेता प्रतिपक्ष रहीं सुषमा स्वराज भी उस मीटिंग में शामिल थीं.
डॉ. हर्षवर्धन को लिखी चिट्ठी में उदित राज ने संजीव चतुर्वेदी की जमकर तारीफ की है. उन्होंने लिखा है कि सजींव की पहचान भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने की रही है. यही वजह है कि पिछले पांच साल में लगभग 12 बार उनका ट्रांसफर हुआ है. एम्स में आने के बाद भी संजीव ने भ्रष्टाचार के खिलाफ अपना काम जारी रखा.
उदित राज ने अपनी चिट्ठी में सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेन्स नीति का भी उल्लेख किया है. उदित राज की चिट्ठी से ये तो साफ हो ही गया है कि संजीव चतुर्वेदी को एम्स के सीवीओ के पद से हटाने के मामले में बीजेपी में भी मतभेद हैं.