यूपी के सुल्तानपुर से बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने एक बार फिर अपने नाम में गांधी जुड़े होने से राजनीतिक फायदा होने की बात कही है. एक सेमिनार में वरुण ने कहा कि 'गांधी' उपनाम की वजह से उनको कम उम्र में दो बार लोकसभा का सदस्य बनने में मदद मिली. गौरतलब है कि इससे पहले भी वरुण ने इस बात को कई बार कहा है.
वरुण बोले कि प्रभावशाली पिता या गॉडफादर के बिना राजनीति में जगह बनाना मुश्किल है. उन्होंने कहा, मैं आपके पास आया हूं और आप हमें सुन रहे हैं. लेकिन तथ्य यह है कि मेरे नाम में अगर गांधी नहीं होता तो मैं दो बार सांसद नहीं बनता और आप मुझे सुनने के लिए यहां नहीं आते.
वरुण गांधी ने कहा कि कई प्रतिभाशाली युवा राजनीति से जुड़ नहीं पा रहे हैं और जगह नहीं बना पा रहे हैं क्योंकि उनके पास प्रभावशाली पिता या गॉडफादर नहीं है.
आपको बता दें कि वरुण गांधी को लेकर हाल ही में ऐसी खबरें आई थी कि वरुण गांधी कांग्रेस के साथ जुड़ सकते हैं. आगरा के कई स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मानें तो वरुण को बीजेपी में उनके कद के मुताबिक इज्जत नहीं मिली है. पार्टी में उन्हें नजरअंदाज किया गया है, उनमें मुख्यमंत्री बनने की क्षमता थी. हालांकि, वरुण कांग्रेस में जाएंगे ऐसा कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया था.
इंडिया टुडे से खास बात करते हुए मुस्लिम नेता हाजी जमीलुद्दीन का कहना है कि बीजेपी में वरुण को नजरअंदाज किया गया है, बीजेपी में पीएम मोदी के अलावा और किसी को अपनी बात कहने का हक नहीं है. फिर भी वरुण ने लगातार अपनी बात को रखा है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के कई समर्थकों ने यूपी सीएम के लिए वरुण का नाम आगे करने की मांग की थी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका.