महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष सुधीर मुंगंतिवार ने कहा कि भले ही बाल ठाकरे नीत शिवसेना ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए प्रणव मुखर्जी के नाम पर समर्थन जताया है लेकिन पार्टी के साथ 25 साल पुराना गठजोड़ टूटेगा नहीं.
उन्होंने कहा, ‘हम (शिवसेना, भाजपा और आरपीआई) राज्य में 2014 का विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ेंगे. शिवसेना एक स्वतंत्र पार्टी है और यह उनका फैसला है. उन्होंने प्रणब मुखर्जी को समर्थन दिया है, इसका यह मतलब नहीं है कि हम उनसे संबंध तोड़ लें.’
हालांकि शिवसेना द्वारा मुखर्जी को समर्थन दिये जाने को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ करार देते हुए भाजपा नेता ने कहा कि इस फैसले से कांग्रेसियों का उत्साह बढ़ेगा.
मुंगंतिवार ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘देश में कांग्रेस विरोधी लहर है. हम ऐसा कोई फैसला नहीं कर सकते जो कांग्रेस-राकांपा को मजबूत करे और जिसके चलते हमारे वोट विभाजित हो जाएं.’
उन्होंने संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरू को बचाने का आरोप केंद्र की संप्रग सरकार पर लगाते हुए कहा, ‘यदि प्रणब मुखर्जी ने शिवसेना को यह भरोसा दिलाया है कि राष्ट्रपति बनने के बाद वह अफजल गुरू को फांसी पर लटका देंगे तो ठीक है. अन्यथा उनके राष्ट्रपति बनने से राजग को और देश की जनता को कितना फायदा होगा, यह बड़ा सवाल है.’
भाजपा नेता ने कहा कि शिवसेना के कांग्रेस से बढ़ते तालमेल से भाजपा असुरक्षित महसूस नहीं कर रही. उन्होंने भरोसा जताया कि राजग आने वाले दिनों में और मजबूत होकर उभरेगा.