हाल में हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को करारी शिकस्त झेलनी पड़ी है. हिंदी भाषी तीन राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने बेहतरीन जीत दर्ज की. मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में बीजेपी की 15 साल की सरकार थी. वहीं, राजस्थान में उसकी सरकार को 5 साल पूरे हुए थे. इन तीन राज्यों में मिली हार के बाद बीजेपी एक्शन मोड में आ गई है. अब इन राज्यों में नए प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति के लिए होने वाले चुनाव में पर्यवेक्षक भेजे जाएंगे.
भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के निर्देश पर मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में पर्यवेक्षक भेजे जा रहे हैं. मध्य प्रदेश में बतौर पर्यवेक्षक केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और विनय सहस्त्रबुद्धे जाएंगे, राजस्थान में अविनाश राय खन्ना और केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली जाएंगे, अनिल जैन और थावर चंद गहलोत छत्तीसगढ़ जाएंगे. सभी पर्यवेक्षक राज्यों के बीजेपी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के साथ बीजेपी विधायकों से मुलाकात करेंगे.
जेपी नड्डा ने बताया कि बैठक के लिए तारीखों का फैसला प्रदेश इकाइयों के साथ विचार-विमर्श के बाद किया जाएगा. इसके अलावा प्रदेश अध्यक्ष को विधायकों के परामर्श से चुना जाएगा. बता दें, मध्यप्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने हार के बाद अपना इस्तीफा केंद्रीय नेतृत्व को भेजा था. इसे नामंजूर कर दिया गया था. अब संगठन को धारदार बनाने के लिए नए सिरे से प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की गई है.
फिलहाल राजस्थान में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी और छत्तीसगढ़ में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक हैं.