एक तरफ तो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की राह का रोड़ा बने बैठे हैं. पूरे इंतजाम में जुटे हैं कि पीएम उम्मीदवारी का मोदी का सपना किसी तरह पूरा न हो, कहां अब मोदी विरोध की उनकी राजनीति में उनका अपना ही घर जला रही है. मोदी के नाम पर अब जेडीयू में ही शुरू हो गया है गृहयुद्ध. मोदी के नाम पर नीतीश का अपना ही घर जलने लगा है.
शनिवार को शुरू हुई जेडीयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिनों की बैठक के दौरान जेडीयू के तीन नेताओं के बयान आए और तीनों ही अलग-अलग थे. एक ने कहा- मोदी का विरोध जेडीयू का ढकोसला है, दूसरे ने कहा- मोदी कतई मंजूर नहीं. तीसरे ने कहा- बीजेपी को अगर पीएम उम्मीदवारी पर फैसले के लिए वक्त चाहिए तो जेडीयू को कोई ऐतराज नहीं.
शिवराज सिंह ने लगाए नीतीश पर गंभीर आरोप
नरेंद्र मोदी को लेकर जेडीयू में दरार दिखने लगी है. पीएम उम्मीदवार के लिए जेडीयू के महासचिव केसी त्यागी बीजेपी को 6-7 महीने की मोहलत देने के पक्ष में हैं. दूसरी ओर कुछ नेताओं ने साफ किया है कि मोदी किसी भी कीमत पर मंजूर नहीं होंगे.
वहीं पार्टी के राष्ट्रीय सचिव शिवराज सिंह मोदी के पक्ष में हैं. शिवराज सिंह ने नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा है. आज तक संवाददाता शमशेर सिंह से बातचीत में शिवराज सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार मोलभाव कर रहे हैं.
जेडीयू के राष्ट्रीय सचिव शिवराज सिंह ने पार्टी अध्यक्ष शरद यादव को चिट्ठी लिखकर पूछा था- आखिर जेडीयू में मोदी के नाम पर इतना विरोध क्यों हैं. शिवराज सिंह को इसका जवाब तो नहीं मिला लेकिन इल्जाम है कि इसी वजह से उन्हें पार्टी की बैठक में बोलने का मौका नहीं दिया गया.
नीतीश को मिला था डिप्टी पीएम का ऑफर
उन्होंने बताया कि नीतीश कुमार को उप प्रधानमंत्री पद का ऑफर मिला था लेकिन वो नहीं माने. साथ ही शिवराज सिंह ने कहा कि नरेंद्र मोदी का विरोध सेक्यूलर आधार पर नहीं हो रहा है और पीएम पद की उम्मीदवारी का फैसला बीजेपी पर छोड़ देना चाहिए.
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बीजेपी से अलग होने पर जेडीयू का कोई भविष्य नहीं है. शिवराज सिंह ने कहा कि जेडीयू को राष्ट्रविरोधी ताकतों से फंड मिल रहा है.
आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद के 'ऐसा कोई सगा नहीं जिसको नीतीश ने ठगा नहीं' बयान का शिवराज सिंह ने समर्थन किया और कहा कि लालू काफी बुद्धिमान हैं.
बीजेपी को समय देने में जेडीयू को ऐतराज नहीं
कहा जा रहा है बीजेपी और जेडीयू के रिश्तों के लिहाज से जेडीयू का दो दिनों राष्ट्रीय अधिवेशन काफी अहम है. संभावना जताई जा रही है कि बैठक के बाद जेडीयू बीजेपी पर पीएम उम्मीदवार के जल्द ऐलान का दबाव बना सकती है. ऐसा इसलिए कि अगर बीजेपी मोदी को अपना भाग्य विधाता बनाती है तो जेडीयू बीजेपी से अपनी राह अलग कर सकें.
लेकिन जेडीयू नेता केसी त्यागी का कहना है कि अगर बीजेपी को वक्त चाहिए तो हमें समय देने में एतराज नहीं. कुल मिलाकर मोदी विरोध का झंडा बुलंद करने वाले नीतीश के अब अपने ही घर में फूट पड़ गई है. मोदी विरोध के सुर हैं तो मोदी समर्थन के भी सुर सामने आ रहे हैं. जेडीय़ू में छिड़ा ये नया गृहयुद्ध आगे न जाने किस करवट बैठेगा.