नीतीश कुमार ने शनिवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. जिसके बाद राजनीतिक गलियारों में एक बार फिर से इस बात को लेकर चर्चा गर्म हो गई कि क्या नीतीश आरजेडी के साथ गठबंधन को तोड़कर फिर से बीजेपी के साथ गठबंधन करेंगे? यह सवाल इसलिए भी ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया क्योंकि एक दिन पहले ही नीतीश कुमार ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा बुलाई गई राष्ट्रपति चुनाव और विरोधी दलों के उम्मीदवार को लेकर एक बैठक से किनारा कर लिया था.
इसी बीच बीजेपी की ओर से नीतीश कुमार को एक ऑफर आया कि वह लालू प्रसाद का साथ छोड़ दोबारा बीजेपी के साथ गठबंधन कर लें. बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद डॉक्टर सीपी ठाकुर ने 'आज तक' से खास बातचीत करते हुए कहा कि नीतीश बीजेपी के पुराने मित्र रहे हैं. 2013 में किसी वजह से उन्होंने भाजपा के साथ गठबंधन तोड़ लिया था लेकिन अब उन्हें वापस बीजेपी के साथ गठबंधन कर लेना चाहिए. ठाकुर ने कहा कि भाजपा भी चाहती है कि नीतीश कुमार वापस एनडीए में शामिल हो जाएं.
गौरतलब है कि नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड का भाजपा के साथ 17 साल तक लंबा गठबंधन रहा जिसके बाद 2013 में दोनों के बीच दूरियां पैदा हो गई. मगर पिछले कुछ महीनों से नीतीश कुमार ने कई मौकों पर इस बात का एहसास कराया है कि भाजपा को लेकर उनके रुख में नरमी आई है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोने कोई परहेज नहीं है. खासकर तब जब नीतीश कुमार ने पाकिस्तान पर हुए सर्जिकल स्ट्राइक और नोटबंदी के मुद्दे पर खुलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन किया.
सर्जिकल स्ट्राइक और नोटबंदी पर प्रधानमंत्री मोदी का नीतीश कुमार ने समर्थन उस वक्त किया जब महागठबंधन सरकार में उनके सहभागी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने प्रधानमंत्री मोदी की जमकर आलोचना की. डॉक्टर सीपी ठाकुर कहा कि लालू के साथ गठबंधन करने के बाद नीतीश कुमार आजादी के साथ सरकार नहीं चला पा रहे हैं और ऐसे हालात में उन्हें लालू का साथ छोड़कर बीजेपी के साथ गठबंधन कर लेना चाहिए.
वहीं लालू के छोटे बेटे और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी नीतीश कुमार की आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुई मुलाकात पर अटकलों को लेकर मीडिया पर अपनी भड़ास निकाली. तेजस्वी यादव ने ट्विटर पर लिखा 'ब्रेकफास्ट, लंच, चाय और डिनर की courtsey पॉलिटिक्स का मीडिया ने टीआरपी रायते के चक्कर में चटनी पॉलिटिक्स बना दिया.'