देश में 'बढ़ती असहिष्णुता' पर संसद में विपक्ष की ओर से कड़े विरोध का सामना कर रही बीजेपी ने अपने सांसदों को बयान में सावधानी बरतने, विवादास्पद बयान देने से बचने और छोटी-छोटी गलतियां न करने की नसीहत दी है. बीजेपी संसदीय बोर्ड की मंगलवार को हुई बैठक में पार्टी सांसदों को यह सलाह दी गई. कहा गया कि इससे विरोधियों को मदद मिलती है.
बैठक के बाद तय हुई यह 'पार्टीलाइन'
बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि असहिष्णुता अभियान के पीछे कुछ लोगों का हाथ है. ये वही लोग हैं जिन्होंने नरेंद्र मोदी का प्रधानमंत्री बनने से पहले विरोध किया था. कहीं कोई असहिष्णुता नहीं है, बल्कि कुछ लोगों ने असहिष्णुता का जो प्रोपैगेंडा गढ़ा है वह अपने आप में दिखाता है कि देश में कितनी सहिष्णुता है.
नहीं पहुंचे आडवाणी और जोशी
संसद के शीत सत्र के दौरान हुई इस बैठक में वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी गैरमौजूद रहे. आडवाणी की पत्नी कमला को सुबह ही अचनाक एम्स में भर्ती कराना पड़ा. इस वजह से वह नहीं पहुंच पाए. जोशी की गौरमौजूदगी का कारण पता नहीं चल पाया. हालांकि इससे पहले 25 नवंबर को पीएम आवास पर हुई बैठक में दोनों नेता मौजूद थे.
बैठक में किन मुद्दों पर हुई बात
असहिष्णुताः केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने बैठक के बाद बताया कि असहिष्णुता के अलावा हाल में हुए बिहार चुनाव पर चर्चा हुई. बकौल नकवी, संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि हमें एक-एक शब्द पर सचेत रहना होगा और विवादों से खुद को दूर रखना होगा.
जीडीपीः वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि ऐसे दौर में जब विश्व अर्थव्यवस्था लुढ़क रही है, चीन की जीडीपी भी हमसे कम है, यह शुभ संकेत है. ताजा आकंड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2015-16 की दूसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ पहली तिमाही की 7.1 से बढ़कर 7.4 फीसदी हो गई है.
मोदी की सोनिया-मनमोहन से मुलाकातः नकवी ने बताया कि बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की पीएम मोदी से हुई मुलाकात पर भी चर्चा हुई. यह मुलाकात सकारात्मक रही और आने वाले समय में हम सकारात्मक कदम उठाएंगे. गौरतलब है कि यह मुलाकात जीएसटी बिल को लेकर हुई थी.
बिहार चुनावः बैठक में हाल में संपन्न हुए बिहार चुनाव को लेकर भी चर्चा हुई, लेकिन नकवी ने इस बारे में सिर्फ इतना ही कहा कि लोकतंत्र में जनता ही राजा होती है. लेकिन कोई भी फैसला अंतिम नहीं होता. हम खुश हैं कि हमारे नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जी तोड़ मेहनत की.
इतनी तनातनी हुई कि हटाना पड़ा बयान
सोमवार को लोकसभा में असहिष्णुता पर चर्चा शुरू हुई. माकपा सांसद मोहम्मद सलीम ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह पर बेहद आपत्तिजनक बयान देने का आरोप लगाया. सलीम ने कथित तौर पर राजनाथ का यह बयान सदन में दोहराया भी. यह पीएम को हिंदू बताने को लेकर था. राजनाथ ने सबूत मांगा तो सलीम ने वह मैगजीन दिखा दी, जिसमें यह बयान छपा था. लेकिन राजनाथ इससे आहत हुए और सलीम से माफी मांगने की मांग की. बाद में इस बयान को संसदीय कार्यवाही से हटा दिया गया.