भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह ने पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी, यशवंत सिन्हा और प्रशांत भूषण द्वारा राफेल सौदे को लेकर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोप को सिरे से खारिज किया है. शौरी, सिन्हा और भूषण पर चुटकी लेते हुए शाह ने कहा कि रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण के बयान पर विश्वास किया जाना चाहिए, न कि उन लोगों पर जिन्हें काम नहीं मिला.
रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि मोदी सरकार बातचीत के बाद राफेल लड़ाकू विमान का जो आधार मूल्य तय किया, वो यूपीए द्वारा तय की गई कीमत से कम है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार विपक्ष के आरोपों के बाद मामले में पहले ही स्थिति साफ कर चुकी है.
बता दें कि अटल बिहारी वाजपेयी की एनडीए सरकार में मंत्री रहे शौरी, सिन्हा और वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने बुधवार को दावा किया था कि राफेल डील से जुड़ा कथित घोटाला बोफोर्स कांड से कहीं ज्यादा बड़ा है. आजतक से खास बातचीत में बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, 'रक्षामंत्री के बयान पर भरोसा किया जाएगा या उन पर जिन्हें काम (मंत्री पद) नहीं मिला.'
अरुण शौरी ने राफेल सौदे को बताया बोफोर्स से 'बड़ा घोटाला', सरकार ने आरोप किए खारिज
जब अमित शाह से पूछा गया कि पीएम मोदी ने विपक्ष से 2024 में फिर से अविश्वास प्रस्ताव लाने को कहा है. क्या इसका मतलब यह है कि फिर से मोदी सरकार बनेगी? इस पर अमित शाह ने कहा कि देश की जनता 2019 में फिर से मोदी को बहुमत देगी. हम जनता के पास पिछले पांच साल के कामकाज का हिसाब और अगले पांच साल का खाका लेकर जाएंगे. जनता की आंखें और भाव सब बयां कर देते हैं कि वो मोदी को फिर से जिताने जा रही है.
अमित शाह ने कहा कि बीजेपी 2019 के लोकसभा चुनाव में 2014 से भी ज्यादा बड़ा बहुमत हासिल करेगी. देश की जनता मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाने का मन बना चुकी है. हमें इसे लेकर कोई संदेह नहीं है. शाह ने बैंकों के साथ धोखाधड़ी के आरोपी मेहुल चोकसी और नीरव मोदी के देश से भागने को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि उनके खिलाफ मोदी सरकार की लगातार कार्रवाई से सुनिश्चित होगा कि देश में अब कम चोर होंगे.