कर्नाटक में सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूस बीजेपी के हाथ में सत्ता आकर फिसल गई. बीजेपी नेता येदियुरप्पा सिर्फ ढाई दिन मुख्यमंत्री रहे और बहुमत परीक्षण से पहले ही उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया. अब राज्य में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की सरकार बनने जा रही है. लेकिन कर्नाटक की सत्ता छिन जाने से बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह जब आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करने उतरे तो उन्होंने चुन-चुनकर कांग्रेस पर हमले किए. पढ़िए उनके 10 बड़े बयान.
1- कर्नाटक की जनता ने कांग्रेस के खिलाफ जनादेश दिया. जेडीएस को समर्थन देकर कांग्रेस ने जनता के साथ छल किया है.
2- कांग्रेस-जेडीएस के बीच अपवित्र गठबंध हुआ है. जेडीएस भी सिर्फ अपनी परंपरागत सीटों पर ही चुनाव जीत पाई है, जबकि कांग्रेस की सीटें घटी हैं.
3- कर्नाटक की जनता नहीं, सिर्फ कांग्रेस-जेडीएस ही जश्न मना रहे हैं, लेकिन कांग्रेस को याद रहे कि वह 122 से 78 सीटों पर सिमट गई है.
4- सबसे बड़े दल होने के नाते बीजेपी को ही सबसे पहले सरकार बनाने का अधिकार है और इसीलिए हमने राज्यपाल के सामने दावा पेश किया, इसमें कुछ भी गलत नहीं है.
5- बीजेपी पर विधायकों की हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप झूठा, कांग्रेस ने तो पूरा अस्तबल ही बेच खाया है.
6- कांग्रेस ने अलोकतांत्रिक तरीके से होटल में कैद कर रखे हैं अपने विधायक, जब उन्हें बाहर छोड़ा जाएगा तो जनता उनसे हिसाब मांगेगी.
7- कांग्रेस लोकतंत्र की दुहाई किस मुंह से दे रही है. अबतक 50 सरकारों को गिराने का काम कांग्रेस ने किया है.
8- कर्नाटक चुनाव की बदौलत कांग्रेस की संवैधानिक संस्थाओं में आस्था बढ़ गई है. हम उम्मीद करते हैं कि आगे चुनाव हारने पर भी कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट, चुनाव आयोग का सम्मान करेगी.
9- 2014 चुनाव के बाद हम भले ही 9 लोकसभा सीटें हार गए हों लेकिन हमने कांग्रेस से 14 राज्य छीन लिए हैं.
10- विपक्षी एकता से कुछ नहीं होने वाला, यह सभी दल 2014 में भी हमारे खिलाफ अपने-अपने राज्यों में चुनाव लड़े थे, फिर भी नतीजे हमारे पक्ष में आए. 2019 का लोकसभा चुनाव भी बीजेपी जीतने जा रही है.