पीएम पद के लिए नरेंद्र मोदी के खिलाफ शत्रुघ्न सिन्हा खड़े हो गए हैं. आजतक से खास बातचीत में शत्रुघ्न ने आडवाणी की वकालत की और कहा कि आडवाणी सबसे अनुभवी और योग्य नेता हैं. वो किसी भी पद के काबिल हैं.
शत्रुघ्न ने कहा कि बीजेपी में पीएम पद के सबसे योग्य अगर कोई नेता हैं तो वो हैं लालकृष्ण आडवाणी. मोदी के सबसे लोकप्रिय होने के सवाल पर शत्रु ने कहा कि बीजेपी में मोदी की तरह और भी लोकप्रिय नेता हैं. उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मोदी की तरह ही सत्ता की हैट्रिक लगाएंगे.
इससे पहले विजय गोयल भी पीएम पद के लिए आडवाणी का नाम आगे बढ़ा चुके हैं. बीजेपी के स्थापना दिवस पर दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में विजय गोयल ने कहा था कि आडवाणी के नेतृत्व में बीजेपी 2014 का लोकसभा चुनाव जरूर जीतेगी.
पीएम पद की रेस में हैं आडवाणी: सुषमा
बीजेपी की वरिष्ठ नेता और लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज का कहना है कि लालकृष्ण आडवाणी पीएम पद की रेस से बाहर नहीं हैं. आज तक के साथ एक खास मुलाकात में सुषमा ने कहा कि उपयुक्त वक्त पर उपयुक्त उम्मीदवार की घोषणा की जाएगी. जब सुषमा से पूछा गया कि वर्तमान समय में बीजेपी में कई पीएम पद के दावेदार हैं तो उन्होंने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है, ये केवल मीडिया की देन है.
शिवराज की मोदी को लंगड़ी
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, यशवंत सिन्हा और जसवंत सिंह जैसे वरिष्ठ नेता आडवाणी को पीएम पद के लिए सबसे उचित नेता बता चुके हैं. मोदी के लिए चुनौती के तौर पर देखे जा रहे शिवराज ने कहा था कि आडवाणी भाजपा के सबसे बड़े कद के नेता हैं. उन्होंने कहा था, ‘यह हमारी पार्टी के लिए बड़ी बात है कि कई प्रतिभाशाली नेता हैं. हमारे लिए निसंदेह आडवाणी सबसे बड़े नेता हैं. इस देश में सभी यह बात जानते हैं.’
यशवंत सिन्हा ने भी कहा था, ‘आडवाणी सबसे वरिष्ठ और सबसे सम्मानित नेता हैं. अगर वह पार्टी और सरकार का नेतृत्व करने के लिए उपलब्ध हैं तो सभी अटकलों को विराम देना चाहिए.’ सिन्हा ने इससे पहले कहा था कि भाजपा के प्रधानमंत्री पद के लिए मोदी सर्वश्रेष्ठ हैं.
नीतीश का मोदी विरोध है जारी
दूसरी ओर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मोदी विरोध पर कायम हैं. उन्होंने कहा है कि सिद्धांतों से समझौता नहीं कर सकते और साथ ही भरोसा जताया कि बीजेपी और जेडीयू का गठबंधन नहीं टूटेगा.
दिल्ली में हाल ही में आयोजित जद यू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में अपने संबोधन के बारे में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उन्होंने बिहार के काम, यहां के गठबंधन, और अटल बिहारी वाजपेयी जी के नेतृत्व तथा उनकी सोच की प्रशंसा की जो कि किसी के खिलाफ नहीं था.