बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि उनकी पार्टी ने खुदरा व्यापार में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को अनुमति दिये जाने के मुद्दे पर संसद में मतदान के प्रावधान वाले नियम 184 के तहत बहस पर बल इसीलिए दिया था, ताकि इस मुद्दे पर सपा-बसपा को बेनकाब किया जा सके.
नियम 184 के तहत बहस से फायदा
शाहनवाज ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, 'सवाल किया जा रहा है कि एफडीआई पर नियम 184 में बहस करवा कर बीजेपी को क्या मिला. हमारा कहना है कि यदि बहस नियम 184 में न करायी जाती, तो मतदान नहीं होता और सपा-बसपा के चेहरे से नकाब न उठता.' उन्होंने कहा कि भाजपा पहले से जानती थी कि लोकसभा में संख्या बल उसके पक्ष में नहीं है फिर भी बहस के बाद मत विभाजन की मांग पर बल इसलिए दिया गया कि सपा-बसपा का असली चेहरा सामने आये.
एसपी, बीएसपी के चेहरे से नकाब हटा
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा, 'जो लोग एफडीआई के विरोध में भारत बंद में शामिल थे, जो गला फाड़कर इसका विरोध कर रहे थे, जो इसे दलित विरोधी, अल्पसंख्यक विरोधी करार दे रहे थे, हम चाहते थे कि लोकसभा में ऐसे लोगो का चेहरा बेनकाब हो.' उन्होंने कहा, 'एक तरफ हमारा उद्देश्य कांग्रेस को बेनकाब करना था, तो दूसरी तरफ हम सपा और बसपा के चेहरे पर से भी नकाब हटाना चाहते थे और हम इसमें कामयाब रहे हैं.'