पाकिस्तान के आंतरिक मामलों के मंत्री रहमान मलिक की तीन दिवसीय भारत यात्रा के दौरान उनकी ओर से की गईं विवादास्पद टिप्पणियों पर सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने केंद्र सरकार से स्पष्टीकरण मांगा.
मलिक की तीन दिवसीय यात्रा रविवार को समाप्त हुई.
भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने लोकसभा में यह मुद्दा उठाया जबकि रविशंकर प्रसाद ने राज्यसभा में यह मुद्दा उठाते हुए कहा, 'जब भारत सरकार ने उनसे लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख व 26/11 हमले के साजिशकर्ता हाफिज सईद के संबंध में पूछा तो मलिक ने कहा कि इसका कोई सबूत नहीं है और उन्होंने यह भी कहा कि अबु जुंदाल रॉ (रिसर्च एंड एनेलिसिस विंग) का जासूस है.'
प्रसाद ने कहा, 'इस सबसे ऊपर उन्होंने बाबरी मस्जिद पर टिप्पणी की. जो आंतरिक मामलों में दखल है.' उन्होंने इस मामले में केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे से स्पष्टीकरण मांगा.
संसदीय मामलों के राज्य मंत्री राजीव शुक्ला ने कहा कि शिंदे इस पर बाद में टिप्पणी देंगे.
मलिक ने रविवार को पाकिस्तान वापसी से पहले जुंदाल को भारतीय खुफिया एजेंट बताया जबकि कहा जाता है कि वह कराची स्थित उस नियंत्रण कक्ष में मौजूद था, जहां से मुंबई के आतंकवादी हमले पर नजर रखी जा रही थी और आतंकवादियों को निर्देश दिए जा रहे थे.
उन्होंने बाबरी मस्जिद विध्वंस की मुंबई हमले से तुलना की लेकिन बाद में इससे इनकार करते हुए कहा कि उन्होंने इस तरह की कोई तुलना नहीं की.