पश्चिम बंगाल में फौज की तैनाती के मसले पर तृणमूल कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए बीजेपी ने कहा है कि यह एक रुटीन कवायद है और फौज के कामकाज को रोकने की कोशिश नहीं करनी चाहिए. बीजेपी नेताओं ने सदन न चल पाने के लिए विपक्ष के नेताओं को जिम्मेदार ठहराया है.
बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, 'पहले सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल और अब फौज की रुटीन एक्सरसाइज पर बवाल. मुझे लगता है कम से कम कांग्रेस पार्टी और या कांग्रेस के पॉलिटिकल पाखंड के जो भी पार्टनर बने हुए हैं , उनको इस बात को समझना चाहिए कि आप राजनीतिक रुप से भले दो-दो हाथ करें, इसमें कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन कम से कम फौज के कामकाज को रोकने की कोशिश मत कीजिए. उनका मनोबल को गिराने की कोशिश मत कीजिए. इससे किसी का फायदा नहीं होगा.'
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में टोल प्लाजों पर सैनिकों की मौजूदगी का विरोध किया था और इसको लेकर सवाल किया कि क्या यह 'सैन्य तख्तापलट है'. हालांकि सेना के जवानों को सचिवालय के पास स्थित टोल प्लाजा से बीती रात ही हटाया जा चुका है. सेना ने कहा कि यह नियमित अभ्यास है और इस बारे में पश्चिम बंगाल पुलिस को पूरी जानकारी है और यह उसके सहयोग से ही किया जा रहा है.
सदन न चल पाने के बारे मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि प्रधानमंत्री तो गुरुवार को प्रश्नकाल के दौरान एक घंटा बैठे रहे, उसके बाद दो बजे के बाद भी बैठे रहे. उन्होंने कहा, 'पहले वे कहते थे प्रधानमंत्री आएं, प्रधानमंत्री जी आ गए. उन्होंने उसके बाद कहा कि वे माफी मांगे. अब सवाल यह है कि प्रधानमंत्री माफी क्यों मांगे, किसलिए मांगें ? उनके काले धन के जो कुबेर हैं, वह कंगाल हो गए हैं, इसीलिए माफी मांगें? जो बेईमान हैं, वह बेनकाब हुए है, इसलिए माफी मांगे?
विपक्ष ने रोक दिया है संसद का कामकाज : अनंत कुमार
सदन न चल पाने पर संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने कहा, ' पिछले 16 दिन से विपक्ष ने, कांग्रेस ने पार्लियामेंट को रोके रखा है. जब चाहे वेल में वॉकिंग करते हैं और वाक आउट करते हैं. राज्यसभा में माननीय प्रधानमंत्री जी गुरुवार को लंच से पहले भी मौजूद थे और उसमें बाद में लंच के बाद भी. सत्र में दोनों समय रहने के बावजूद भी चर्चा करने के लिए कांग्रेस पार्टी तैयार नहीं हुई. इसका एक ही मतलब निकलता है कि वह चर्चा से भाग रहे हैं, चर्चा नहीं करना चाहते हैं. हम चर्चा करना चाहते हैं और चर्चा से मिले फीडबैक से सुधार करना चाहते हैं. मैं कांग्रेस सहित पूरे विपक्ष से अपील करता हूं कि वह यह राजनीति छोड़ें और संसद में बहस के लिए तैयार हो जाए. हम जवाब देने के लिए हम तैयार हैं .'