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अलवर लिंचिंग: क्रूर भारत वाले बयान पर BJP का पलटवार, राहुल को कहा- नफरत का सौदागर

सोमवार को बीजेपी ने राहुल को लेकर एक कविता भी ट्वीट की. जिसमें उन्होंने गले लगना और आंख मारने के मुद्दे पर राहुल को घेरा. बीजेपी की ओर से कहा गया कि 70 साल प्यार का नाटक, बंद करो ये झूठ का फाटक...

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कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (फाइल फोटो)
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (फाइल फोटो)

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2019 का लोकसभा चुनाव नजदीक आते ही भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच जुबानी तीर चलने शुरू हो गए हैं. शुक्रवार को लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के निशाने पर मोदी सरकार रही लेकिन भाषण के बाद राहुल का प्रधानमंत्री मोदी को गले मिलना और फिर आंख मारना सबसे बड़ी खबर बन गया है.

अब बीजेपी इस मुद्दे पर फ्रंटफुट पर खेल रही है, नेता से लेकर मंत्री तक हर कोई राहुल पर हमलावर है. सोमवार को राुहल ने अलवर लिंचिंग का मामला उठाया तो पूरी बीजेपी उनपर हमला बोलने आ गई. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने राहुल को नफरत का सौदागर बता डाला.

सोमवार को बीजेपी ने राहुल को लेकर एक कविता भी ट्वीट की. जिसमें उन्होंने गले लगना और आंख मारने के मुद्दे पर राहुल को घेरा. बीजेपी की ओर से कहा गया कि 70 साल प्यार का नाटक, बंद करो ये झूठ का फाटक...

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सिर्फ बीजेपी के ट्विटर हैंडल से ही नहीं बल्कि केंद्रीय मंत्रियों ने भी राहुल को घेरा. अमेठी से राहुल के खिलाफ चुनाव लड़ने वाली केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने लिखा कि राहुल गांधी के परिवार ने 1984, भागलपुर समेत कई अन्य दंगों के जरिए देश में नफरत की आग फैलाई. ये शर्मनाक है कि कांग्रेस अब इस तरह की नीतियां अपना रही है. स्मृति ने लिखा कि देश में ऐसा कोई भी मुद्दा नहीं है जिसका ये चुनावी फायदा लेने की कोशिश नहीं कर रहे हैं.

स्मृति के अलावा पीयूष गोयल ने भी राहुल पर ट्वीट के जरिए निशाना साधा. उन्होंने लिखा कि जब भी कोई हादसा होता है तो उसपर कूदना बंद करें. राज्य सरकार ने इस मुद्दे पर पहले ही सख्त कार्रवाई की है. आप अपने चुनावी फायदे के लिए समाज को बांट रहे हैं और फिर घड़ियाली आंसू बहाते हैं. गोयल ने राहुल गांधी को नफरत का व्यापारी बताया.

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आपको बता दें कि शुक्रवार को जब राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी को उनकी सीट पर जाकर गले लगाया तो उसके बाद से ही ये मुद्दा गर्मा गया. पहले लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने इसे गलत बताया, लेकिन बाद में कांग्रेस ने ही इसका राजनीतिक फायदा उठाना शुरू कर दिया. मुंबई में कांग्रेस ने मोदी-राहुल के गले लगाते हुए फोटो के पोस्टर लगवाए और उसपर लिखा कि नफरत से नहीं प्यार से जीतेंगे.

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