कांग्रेस महासचिव शकील अहमद के एक विवादास्पद ट्वीट ने रविवार को राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया और इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने नाराजगी जाहिर की. बीजेपी नेताओं ने शकील अहमद के ट्वीट को मूखर्तापूण दलील करार दिया है.
शकील अहमद ने लिखा था कि प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन 'इंडियन मुजाहिदीन' का गठन गुजरात दंगों की वजह से हुआ. शकील अहमद ने सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर अपने पोस्ट में लिखा है, 'एनआईए ने अपने आरोप-पत्र में कहा है कि इंडियन मुजाहिदीन का गठन गुजरात दंगों (2002) के बाद हुआ, लेकिन इसके बावजूद बीजेपी और आरएसएस अपनी सांप्रदायिक राजनीति नहीं छोड़ रही है.'
इस पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कांग्रेस को देश की सुरक्षा के साथ नहीं खेलने की चेतावनी दी है. बीजेपी प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा, 'मैं कांग्रेस से राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ नहीं करने का आग्रह कर रहा हूं. मैं नहीं जानता कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने क्या कहा है. मैं समझता हूं कि देश की सुरक्षा को खतरा कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण है.'
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बीजेपी की एक अन्य वरिष्ठ नेता मीनाक्षी लेखी ने ट्वीट किया है, 'शकील अहमद यह साबित करने का प्रयास करते दिख रहे हैं कि आईएम अपने लक्ष्य की पूर्ति कर रहा है और वे उसके प्रति सहानुभूति व्यक्त कर रहे हैं.'
बीजेपी नेता एम. वेंकैया नायडू ने भी आरोपों को खारिज करते हुए शकील अहमद से आतंकवादियों के पक्ष में तर्क देना बंद करने के लिए कहा है. नायडू ने कहा, 'इस तरह के मूर्खतापूर्ण दलील का मतलब क्या है. यह कुछ लोगों की आदत बन गई है. ये संगठन शुरू से ही मौजूद हैं.'
नायडू ने आगे कहा, 'पाकिस्तान आतंकवादियों को सहयोग, बढ़ावा, आर्थिक मदद और प्रशिक्षण दे रहा है. आईएम और ऐसे अन्य संगठनों के पक्ष में तर्क नहीं दें. कुछ लोग ऐसे संगठनों के उदय के लिए मुंबई दंगों को कसूरवार ठहराते हैं तो कुछ लोग गुजरात दंगों को.'
एनआईए ने बुधवार को दिल्ली की एक अदालत में इंडियन मुजाहिदीन के पांच संदिग्धों के खिलाफ आरोप-पत्र दाखिल किया है, जिसमें उनके ऊपर देश में आतंकवादी हमले के लिए साजिश रचने का आरोप लगाया गया है.