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मुसलमानों को जोड़ेगी बीजेपी, 2013 में चार प्रदेश और 2014 में पूरा देश का नारा दिया

साल के अंत में पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव और अगले वर्ष आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने अल्पसंख्यकों विशेष तौर पर मुसलमानों को जोड़ने की पहल की है और ‘2013 में चार प्रदेश और 2014 में पूरा देश’ का नारा दिया है.

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मुख्तार अब्बास नकवी
मुख्तार अब्बास नकवी

साल के अंत में पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव और अगले वर्ष आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने अल्पसंख्यकों विशेष तौर पर मुसलमानों को जोड़ने की पहल की है और ‘2013 में चार प्रदेश और 2014 में पूरा देश’ का नारा दिया है.

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बीजेपी मुसलमानों को जोड़ने के लिए वक्फ सम्पत्ति, स्वरोजगार, शिक्षा, समानता का अधिकार एवं सशक्तिकरण जैसे मुद्दे पर जोर दे रही है हालांकि वह राम मंदिर, अनुच्छेद 370 जैसे संवेदनशील विषयों को अधिक तूल नहीं दे रही है.

बीजेपी के चुनाव कार्यक्रम एवं समन्वय समिति के प्रभारी मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, ‘ बीजेपी का मंत्र सबका साथ, सबका विकास है. हम जाति, धर्म एवं सम्प्रदाय की बजाए सुशासन के आधार पर मतदाताओं के पास जायेंगे. हमारा नारा है, 2013 में चार प्रदेश और 2014 में पूरा देश.’ उन्होंने कहा, ‘पार्टी राजस्थान, दिल्ली, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ में विधानसभा का चुनाव भ्रष्टाचार और कुशासन के खिलाफ तथा सुशासन के मुद्दों पर लड़ेगी और एक नवंबर से लालकृष्ण आडवाणी, नरेन्द्र मोदी, सुषमा स्वराज, राजनाथ सिंह, अरूण जेटली जैसे वरिष्ठ नेताओं की रैली आयोजित की जायेगी.’ बीजेपी बेहद सावधानी के साथ चुनाव के मुद्दे तय कर रही है और अपनी तरफ से कहीं कोई गलत संदेश नहीं देना चाहती है. बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने भी हाल ही में पहले शौचालय और फिर देवालय की बात कही है.

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नकवी ने कहा, ‘ हम अल्पसंख्यकों को सही अथरे में विकास की मुख्यधारा में जोड़ना चाहते हैं. हम उनकी वास्तविक समस्या रोजगार, शिक्षा, सुरक्षा पर ध्यान देना चाहते हैं. हम इस विषय को प्राथमिकता दे रहे हैं.’ उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी ने अल्पसंख्यकों विशेष तौर पर मुसलमानों का भावनात्मक शोषण किया है और सत्तारूढ पार्टी को केवल चुनाव के समय ही मुसलमानों की याद आती है.

पार्टी के अल्पसंख्यक दृष्टिपत्र को जिन चार बिन्दुओं के तहत तैयार किया है, उनमें सामाजिक एवं आर्थिक रूप से अल्पसंख्यकों का हाशिये पर आना, शैक्षणिक पिछड़ापन, असुरक्षा की भावना और उनकी राजनीतिक सहभागिता का अभाव शामिल है. इसमें देश में साम्प्रदायिक दंगों का इतिहास का उल्लेख किया गया है. साम्प्रदायिक दंगों का इतिहास लिखने की आवश्यकता के बारे में पूछे जाने पर नकवी ने कहा कि कांग्रेस शासनकाल के दौरान काफी संख्या में हुए दंगों को ‘धर्मनिरपेक्ष दंगा’ बताना और बीजेपी शासन के दौरान हुए एक-दो दंगों को ‘सम्प्रदायिक दंगा’ बताना गलत है. हम देश के समक्ष सही तस्वीर पेश करना चाहते हैं.

उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि साल दर साल इस पार्टी ने भाजपा के खिलाफ मुसलमानों के मन में खौफ का माहौल पैदा करके उन्हें अपने वोट बैंक के तौर पर इस्तेमाल किया है. उन्होंने कहा, ‘50 प्रतिशत मुसलमान गरीबी रेखा से नीचे गुजर बसर कर रहे हैं. रोजगार प्राप्त करने में वे सबसे निचले पायदान पर हैं और शिक्षा की उनकी स्थिति काफी खराब है.’

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अल्पसंख्यकों के लिए ‘ तुष्टिकरण नहीं, सशक्तिकरण’ को बीजेपी का नारा बताते हुए नकवी ने कहा कि सत्ता और शासन में मुसलमानों की सहभागिता लगातार घट रही है और पार्टी इसे दुरूस्त करने पर खास तवज्जो देगी.

दिल्ली विधानसभा चुनाव में मुसलमानों को रिझाने का प्रयास करते हुए प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष विजय गोयल ने कहा कि प्रदेश में सत्ता में आने पर पार्टी मुसलमानों की रोजी, रोटी, सुरक्षा, शिक्षा, समानता सुनिश्चित करेगी. दिल्ली में मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी ने आरोप लगाया कि देश में 73 प्रतिशत दंगे कांग्रेस के शासनकाल में हुए. गोयल ने कहा कि कांग्रेस के कुशासन से हर वर्ग के लोग त्रस्त हैं.

गोयल ने कहा कि उनकी पार्टी चुनाव के बाद अगर सत्ता में आई तो चारों ओर विकास होगा. बीजेपी ऐसी दिल्ली चाहती है, जहां समानता हो. ‘हम यह सुनिश्चित करेंगे कि उन्हें रोजगार मिले, बच्चों को आसानी से स्कूलों में दाखिला मिले, और वे सुरक्षा के माहौल में आगे बढ़े.’ उन्होंने कहा कि वह पूरा प्रयास करेंगे कि वक्फ बोर्ड को राजनीतिक नियंत्रण से मुक्त बनाया जाए.

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