हैदराबाद यूनिवर्सिटी के छात्र रोहित वेमुला की खुदकुशी मामले में दलित बनाम गैरदलित जैसे राजनीतिक आरोपों का सामना कर रही बीजेपी ने कांग्रेस पर पलटवार किया है. गाजियाबाद में कांग्रेस के अनुसूचित जाति सेल के अध्यक्ष को पार्टी के एक नेता द्वारा जातिसूचक शब्द कहे जाने को मुद्दा बनाते हुए बीजेपी ने राहुल गांधी को कोसा है. बीजेपी ने शनिवार को कहा कि साफ जाहिर है कि रोहित की मौत पर राहुल गांधी ने जो किया वह महज ड्रामा है.
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'गाजियाबाद में कांग्रेस के दलित नेता के साथ उन्हीं की पार्टी के नेता द्वारा किए गए दुर्व्यवहार पर राहुल गांधी चुप्पी साधे हुए हैं. यह दिखाता है कि कांग्रेस हैदराबाद जाकर ड्रामा करती है, लेकिन उसकी असली विचारधारा यह है कि कोई दलित पास कैसे बैठ सकता है.'
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को बताना चाहिए कि आखिर इस कांग्रेसी नेता को पार्टी से निकालकर उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज क्यों नहीं की गई है.
सोनिया को लिखी चिट्ठी
दूसरी ओर, अंग्रेजी अखबार 'द हिंदू' के मुताबिक गाजियाबाद में कांग्रेस की अनुसूचित जाति सेल के अध्यक्ष जितेंद्र गौर ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर अपने साथ हुए दुर्व्यवहार की शिकायत की है.
जितेंद्र ने अपनी चिट्ठी में आरोप लगाया है कि तीन फरवरी को मेयर चुनाव के लिए कांग्रेस की गाजियाबाद यूनिट की बैठक बुलाई गई थी. बैठक यूपी कांग्रेस के सचिव लोकेश चौधरी के घर पर हुई. जितेंद्र गौर के मुताबिक बैठक में जब वह सीट पर बैठ रहे थे तो वहां मौजूद कांग्रेस के जिलाध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा ने उनके खिलाफ जातिसूचक टिप्पणियां कीं और कुर्सी पर बैठने नहीं दिया.
कार्रवाई नहीं होने पर खुदकुशी की धमकी
गौर ने चिट्ठी में लिखा है कि ओम प्रकाश ने बैठक के दौरान उनसे कहा, 'तुम इस मीटिंग में कैसे आए? तुम्हारी बैठक तीन बजे से थी. यह बड़े लोगों की बैठक है. तुम जैसे छोटे लोगों की इस बैठक में कोई जगह नहीं है. धोबी जाति के लोग अगर हमारे साथ बैठेंगे, तो हमारी क्या इज्जत रह जाएगी? तुम्हारी जरूरत यहां नहीं, बल्कि हमारे पैरों के नीचे है.' गौर ने शर्मा के खिलाफ कार्रवाई न होने पर खुदकुशी की धमकी दी है.