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पीएम मोदी ने किए रिश्ते मजबूत, लेकिन चीन को खतरा बता रही है बीजेपी

बीजेपी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण के लिए जो मैनुअल जारी हुआ है, उसमें चीन को भारत के लिए खतरा बताया गया है. इस पर चीन के राजदूत ने अपनी प्रतिक्रिया भी दी है.

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बीजेपी कार्यकर्ताओं को प्रशि‍क्षण के लिए जारी हुआ है बुकलेट
बीजेपी कार्यकर्ताओं को प्रशि‍क्षण के लिए जारी हुआ है बुकलेट

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पीएम मोदी चीन से रिश्ते सुधारने की लगातार कोशिश कर रहे हैं. लेकिन ऐसा लगता है कि पार्टी की राय कुछ अलग ही है. बीजेपी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण के लिए जो मैनुअल जारी हुआ है, उसमें चीन को भारत के लिए खतरा बताया गया है. इस पर चीन के राजदूत ने अपनी प्रतिक्रिया भी दी है.

चीन के राजदूत ने कहा, 'चीन किसी भी देश के लिए खतरा नहीं है.'  गौरतलब है कि भारत और चीन लगातार अपने सीमा विवाद के लंबित मसलों को सुलझाने में लगे हैं. पीएम मोदी अपने कार्यकाल में तीन बार चीन की यात्रा कर चुके हैं. हाल में तो पीएम मोदी ने 42 दिनों में दो बार चीन की यात्रा की थी.

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, बीजेपी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देने वाले मैनुअल में चीन को भारत और भारतीय हितों के लिए खतरा बताया गया है और कहा गया है कि चीन किसी तरह के समाधान का इच्छुक नहीं है.

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बीजेपी के पंडित दीन दयाल उपाध्याय प्रशिक्षण महाभियान, 2018 के तहत पूरे देश में बीजेपी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देने के लिए यह सामग्री तैयार की गई है. इस बुकलेट को गत 13 जून को पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने जारी किया है. 'राष्ट्र के समक्ष चुनौतियां ' अध्याय में कहा गया है, 'चीन और पाकिस्तान दोनों के पास न्यूक्लियर हथियार हैं और भारत को वैश्विक महाशक्ति बनने से रोकने के लिए दोनों ने गहरे कूटनीतिक रिश्ते कायम कर लिए हैं.'  

मैनुअल में कहा गया है, 'पड़ोसी देशों से मिलने वाली चुनौतियां काफी बड़ी हैं. खासकर चीन सामरिक लिहाज से बड़ी चुनौतियां पेश कर रहा है. पाकिस्तान लगातार हमारी एकता और अर्थव्यवस्था को निशाना बना रहा है.'

लंबे समय से जारी सीमा विवाद को हल करने के लिए भारत और चीन लगातार बातचीत और कोशिश में लगे हैं. लेकिन बीजेपी के ट्रेनिंग मैनुअल में कहा गया है, 'चीन समाधान नहीं चाहता.'

बुकलेट में कहा गया है कि देश चीन की जमीन से आने वाले साइबर आतंकवाद का सामना कर रहा है. चीन और अमेरिका दोनों लगातार उपग्रह आधारित ऐसे टूल विकसित कर रहे हैं जिससे दूसरे देशों पर निगाह रखी जा सके. इसमें कहा गया है, 'भारत को अमेरिका से कम, चीन से ज्यादा खतरा है. चीन ने पिछले वर्षों में कई बार हमारी वेबसाइट्स को हैक किया है.' 

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