scorecardresearch
 

मोदी को पिछड़ा बता चुनावी जंग लड़ने की तैयारी में बीजेपी

अभी तक विकास की डुगुडुगी पीटने वाले नरेंद्र मोदी की महत्त्वाकांक्षाओं ने आखिरकार उन्हें जातिवाद की गोद में फेंक ही दिया है. नीतीश कुमार की जेडीयू से तलाक के बाद बीजेपी नरेंद्र मोदी को पिछड़ा नेता साबित करने पर आमादा है.

Advertisement
X

बीजेपी अब नरेंद्र मोदी को पिछड़ा नेता बताकर चुनावी जंग लड़ने की तैयारी कर रही है. इसकी वजह ये है कि बिहार और उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्यों में विकास के दम पर मोदी से ताज की उम्मीद उसे सपना लगने लगी है. अभी तक विकास की डुगुडुगी पीटने वाले नरेंद्र मोदी की महत्त्वाकांक्षाओं ने आखिरकार उन्हें जातिवाद की गोद में फेंक ही दिया है. नीतीश कुमार की जेडीयू से तलाक के बाद बीजेपी नरेंद्र मोदी को पिछड़ा नेता साबित करने पर आमादा है.

Advertisement

नरेंद्र मोदी खुद गुजरात की गांची जाति से ताल्लुक रखते हैं. अभी तक वो इसे सरेआम स्वीकार करने और इसका प्रचार करने दोनों से कतराते रहे हैं. लेकिन अब गुजरात के हिंदू हृदय सम्राट और विकास पुरुष का पुरुषार्थ हवा हो गया है. उत्तर प्रदेश, बिहार और राजस्थान जैसे राज्यों में बीजेपी मोदी को पिछड़े नेता का जूता पहनाकर उतारना चाहती है.

नरेंद्र मोदी को विकास का योद्धा बताने वाली बीजेपी ने मोदी का मंत्र फूंक तो दिया है लेकिन अब वो चिंता में पड़ गई है. बिहार में 47 फीसदी वोटर अन्य पिछड़ा वर्ग का है. उत्तर प्रदेश में ये तादाद 37 फीसदी से ज़्यादा है. बिहार में लालू और नीतीश इस वोट बैंक के योद्धा हैं तो यूपी में मुलायम सिंह और मायावती. अब इनके बीच में मोदी की गुंजाइश विकास के दम पर निकालना बीजेपी को बहुत मुश्किल लग रहा है.

Advertisement

बीजेपी ये अच्छी तरह जानती है कि उत्तर प्रदेश में कल्याण सिंह के पिछड़े होने का कमाल उसका कोई नेता दोहरा नहीं पाया. मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान का पिछड़ा होना भी उसके लिए सबसे बड़ी पूंजी है. ऐसे में मोदी को सिर्फ महान बताकर दिल्ली की सत्ता का मठाधीश बनाना उसे मुश्किल लग रहा है.

Advertisement
Advertisement