अगस्ता वेस्टलैंड मामले में संसद और उसके बाहर कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को निशाना बनाने के बाद अब बीजेपी ने निशाने पर रॉबर्ट वाड्रा हैं. बीजेपी सांसद किरीट सोमैया ने वाड्रा के जमीन सौदे पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को चिट्ठी भेजी है. यही नहीं सोमवार को संसद में भी पार्टी बीकानेर जमीन सौदे को लेकर वाड्रा और कांग्रेस को घेरेगी.
किरीट सोमैया ने वाड्रा से जुड़े कथित घोटाले का मुद्दा उठाने के लिए लोकसभा में नोटिस दिया है और इस संदर्भ में प्रवर्तन निदेशालय को पत्र लिखा है. उन्होंने वाड्रा पर बेनामी लेन देन और गैर पारदर्शी धनराशि को ठिकाने लगाने के लिए कई कंपनियां खड़ी करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, 'मैं लोकसभा में मुद्दा उठाने वाला हूं.' सोमैया ने ईडी के निदेशक को वाड्रा से संबंधित सौर भूमि घोटाले में संलिप्त कंपनियों को लेकर पत्र भी लिखा है.
Raising #RobertVadra parking NonTransparrent Money through Benami #SolarLandCos #MoneyLaundering issue in Parliament pic.twitter.com/BDIXOQPSVB
— Kirit Somaiya (@KiritSomaiya) May 8, 2016
वाड्रा पर कार्रवाई की मांग
सोमैया ने ईडी को लिखी अपनी चिट्ठी में सोनिया गांधी के दामाद और बिजनेसमैन रॉबर्ट वाड्रा को गैर पारदर्शी भूमि सौदे, बेनामी लेन देन, धनशोधन और किसानों के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है. उन्होंने चिट्ठी में लिखा है, 'मैंने पूर्व में रॉबर्ट वाड्रा समूह के सौर परियोजनाओं से संबंधित विभिन्न गैर पारदर्शी लेन देन का ब्योरा सौंपा था. मैं इन अपराधों के लिए कार्रवाई की मांग करता हूं.' मुंबई उत्तर पूर्व के सांसद सोमैया संसद की उर्जा समिति के प्रमुख भी हैं.
'कई गुना अधिक कीमत पर बेची जा रही है जमीन'
बीजेपी सांसद ने आरोप लगाया कि वाड्रा ने राजस्थान के बीकानेर और जैसलमेर में किसानों से 10 हजार बीघा से ज्यादा जमीन सस्ते दामों पर खरीद ली. इसके बाद केंद्र और राजस्थान सरकार ने वाड्रा की खरीदी गई जमीन बीकानेर और जैसलमेर जिले को सोलर पार्क जोन घोषित कर दिया. सोमैया का आरोप है कि अब वाड्रा इसे कई गुना ज्यादा दाम पर सोलर प्लांट लगाने वाली कंपनियों को बेच रहे हैं.
सोमैया ने इस बाबत ट्वीट भी किया है और कुछ कंपनियों के नाम लिए हैं. इनमें बेस्ट सीजन एग्रो प्राइवेट लिमिटेड, फ्यूचर इंफ्रा एग्रो प्राइवेट लिमिटेड, ग्रीनवेव एग्रो प्राइवेट लिमिटेड, प्राइमटाइम एग्रो प्राइवेट लिमिटेड, राइटटाइम एग्रो प्राइवेट लिमिटेड और लाइफलाइन एग्रोटेक प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं.