आने वाले लोकसभा चुनाव में अल्पसंख्यक मतदाताओं की अहमियत का एहसास भारतीय जनता पार्टी को है. इस बाबत मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी अपनी छवि सुधारने में जुट गई है.
बीजेपी सूत्रों के हवाले से खबर है कि पार्टी अल्पसंख्यक वोटरों को ध्यान में रखते हुए एक विजन डॉक्यूमेंट तैयार कर रही है. जिसे अगस्त महीने तक आधिकारिक रूप से जारी किया जा सकता है.
दरअसल, बीजेपी की छवि मुस्लिम विरोधी पार्टी की है. जो पार्टी के चुनावी मंशा पर पानी फेर सकती है. बीजेपी कांग्रेस विरोधी लहर का पूरा फायदा उठाने के लिए मुस्लिम वोटरों को रिझाने की पूरी कोशिश में है.
सूत्रों ने बताया कि पार्टी अगस्त महीने में अल्पसंख्यक समुदाय से जु़ड़ी योजना की शुरुआत करेगी. बीजेपी के एक धरे का मानना है कि पार्टी को लेकर मुस्लिम मतदाताओं की सोच में बदलाव लाना जरूरी है.
उनका मानना है कि पार्टी अल्पसंख्यकों के लिए कई काम कर रही है पर इसकी मार्केटिंग नहीं कर पा रही है. इन नेताओं के मुताबिक मुस्लिम मतदाताओं के मन में भले ही पार्टी की नकारात्मक छवि हो पर सच्चाई कुछ और है. जिसे बदलने की जरूरत है. हालांकि, अभी यह साफ नहीं कि क्या गुजरात दंगों के लिए बीजेपी नेता माफी मांगेंगे?
गौरतलब है कि गोवा में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में नरेंद्र मोदी प्रचार समिति की चेयरमैन नियुक्त किया गया था. जिसके बाद चुनावों में अल्पसंख्यक मतदाताओं के ध्रुवीकरण की आशंका बढ़ गई हैं. वैसे भी हाल के दिनों में देश की राजनीति में धर्मनिरपेक्ष और सांप्रदायिकता की गूंज तेज हो गई है. ऐसे में पार्टी मुस्लिम मतदाताओं को लुभाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती.