कालाधन मुद्दे पर वित्त मंत्री अरुण जेटली के बयान पर कांग्रेस ने भी हल्ला बोला है. कांग्रेस ने सरकार को चुनौती दी है कि वह पूरी सूचना के साथ सामने आए और पार्टी व्यक्ति से ऊपर है. यही नहीं, कांग्रेस ने कहा कि मोदी सरकार ब्लैकमेल करने का हथकंडा अपनाना बंद करे.
वित्त मंत्री जेटली ने मंगलवार को अवैध विदेशी खाताधारकों के नाम का खुलासा करने से बाबत कहा था कि इससे विपक्षी पार्टी को शर्मसार होना पड़ सकता है. एक दिन बाद कांग्रेस महासचिव अजय माकन ने कहा कि सरकार को ‘अर्धसत्य’ और ‘चुनिंदा लीकेज’ से बचना चाहिए. माकन ने कहा, ‘कांग्रेस ऐसी किसी धमकी से ब्लैकमेल होने वाली नहीं है. हमें ब्लैकमेल करने का प्रयास नहीं करें. जो भी संलिप्त पाया जाए, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. लेकिन यह बदले की भावना से प्रेरित नहीं होना चाहिए और यह आधा सच नहीं होना चाहिए.’
कालाधन के मुद्दे पर सत्तारूढ़ बीजेपी और कांग्रेस के बीच वाकयुद्ध की स्थिति आ पहुंची है. सरकार ने हाल ही सुप्रीम कोर्ट को बताया था कि वह स्विस बैंक खाताधारकों के नामों का खुलासा नहीं कर सकती. यूपीए सरकार ने भी इससे पहले ऐसा ही रुख अपनाया था. जब कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर इस मुद्दे को लेकर ‘पाखंड करने’ का आरोप लगाया तो मंगलवार को जेटली ने कहा ‘नाम जल्द ही सार्वजनिक कर दिए जाएंगे. मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि जब नाम सार्वजनिक किए जाएंगे, तब मुझे (बीजेपी को) कोई शर्मिंदगी नहीं होगी. इन नामों की वजह से कांग्रेस पार्टी को जरूर कुछ शर्मिंदगी होगी.'
अर्धसत्य, सत्य नहीं होता
जेटली के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए माकन ने कहा, 'कांग्रेस को ब्लैकमेल करने की आवश्यकता नहीं है. उनके पास जो भी नाम है उसका उन्हें खुलासा करना चाहिए और उन्हें सरकार की तरह कार्रवाई करनी चाहिए. उन्हें हमें ब्लैकमेल करने का प्रयास नहीं करना चाहिए.' माकन ने कहा, 'हम उन्हें यह भी कहना चाहते हैं कि वे नामों की संख्या को 136 लोगों तक सीमित न करें. हम बीजेपी और प्रधानमंत्री को बताना चाहते हैं कि अर्धसत्य, सत्य नहीं होता है. उन्हें चुनिंदा और दुर्भावना से प्रेरित खुलासे नहीं करने चाहिए. उन्हें सभी नामों के साथ सामने आना चाहिए.'
माकन ने यह भी याद दिलाया कि नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान के दौरान कहा था कि यदि कालाधन वापस लाया जाता है तो हर नागरिक को 15 लाख रुपये मिलेंगे, जबकि गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने 100 दिन के भीतर कालाधन वापस लाने का वादा किया था. 100 दिन पहले ही बीत चुके हैं. अब तो 150 दिन होने वाले हैं और एक पैसा भी वापस नहीं आया है.
जेटली की टिप्पणियों को खारिज करते हुए कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने जेटली पर लोगों को 'झांसा' देने का आरोप लगाया, जबकि युवा कांग्रेस अध्यक्ष राजीव सातव ने आश्चर्य जताया कि आखिर कौन सी बात वित्त मंत्री को नामों का खुलासा करने से रोक रही है.