काले धन पर विशेष जांच दल (एसआईटी) ने टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट में कथित वित्तीय अनियमितता में ललित मोदी की भूमिका पर विभिन्न जांच एजेंसियों से मंगलवार को ताजा जानकारियां मांगी.
एसआईटी ने आईपीएल के पूर्व अध्यक्ष मोदी के अलावा आईपीएल के विभिन्न संस्करणों के आयोजन में शामिल भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड एवं अन्य व्यक्तियों के मामलों की भी समीक्षा की.
सूत्रों ने बताया कि दो घंटे तक चली बैठक की अध्यक्षता एसआईटी के उपाध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) अरिजीत पसायत ने की. समझा जाता है कि आयकर विभाग, प्रवर्तन निदेशालय, वित्तीय आसूचना ब्यूरो जैसी एजेंसियों को निर्देश जारी किये गये हैं कि वे उसे ताजा जानकारियों और इन एजेंसियों द्वारा जांच किये जाने मामलों की स्थिति से उसे अवगत कराये.
सूत्रों ने बताया, 'एसआईटी के विचारणीय विषय काफी व्यापक हैं लिहाजा काले धन मामलों की व्यापक समीक्षा और विदेशों में रखी गयी गैर कानूनी संपत्ति के सिलसिले में पैनल ने आईपीएल और इससे संबंधित लोगों के मामलों की समीक्षा की.' मंगलवार की बैठक में केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड, प्रवर्तन निदेशालय, वित्तीय आसूचना इकाई, वित्त मंत्रालय के तहत राजस्व विभाग और सीबीआई के अधिकारियों ने भाग लिया.
सूत्रों ने संकेत दिया कि प्रवर्तन निदेशालय ने एसआईटी को विदेशी मुद्रा प्रबंधन कानून (फेमा) के तहत 16 मामलों और धन शोधन संबंधी एक प्राथमिकी के बारे में सूचित किया. यह प्राथमिकी आईपीएल, बीसीसीआई उसके अधिकारियों और ललित मोदी के खिलाफ है. समझा जाता है कि आयकर विभाग ने ललित मोदी के लेनदेन और कर इतिहास के बारे में जुटाये गये कुछ आंकड़े साझा किये.