खतरनाक ब्लू व्हेल गेम का बच्चों पर पढ़ रहे प्रभाव को का मामला राज्यसभा में भी उठा. बीजेपी के राज्यसभा सांसद अमर शंकर शामले ने राज्यसभा में शून्य काल के दौरान ब्लू व्हेल गेम का मुद्दा उठाया और कहा कि ये गेम बहुत खतरनाक है. इस पर पाबंदी लगनी चाहिए. गौरतलब है कि मुंबई में 2 दिन पहले एक बच्चे ने इसी गेम से प्रभावित होकर आत्महत्या की थी. जिसके बाद बहुत तरह के सवाल उठे थे कि ऐसे गेम पर पाबंदी लगनी चाहिए.
मुंबई के 14 साल के मनप्रीत सिंह साहनी की आत्महत्या को ब्लू वेल से जोड़ते हुए बीजेपी के सांसद अमर शंकर साबले ने कहा कि इस खेल को खेलने से मनप्रीत ने अपनी बिल्डिंग से छलांग लगा ली. प्रश्नकाल में इस गेम पर नकेल कसने की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि अब तक रशिया में 130 बच्चों ने इस खेल को खेलते हुए आत्महत्या कर ली है वहीं UK और बाकी देशों में भी ब्लू व्हेल गेम के असर को लेकर चिंता बनी हुई है. ऐसे में सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि देश के युवा और बच्चे इस खेल में प्रभाव इस खेल के शिकार ना बनें.
गौरतलब है कि ब्लू व्हेल गेम गेमर्स को 50 दिन तक अलग-अलग काम करने को कहता है. इसमें सबसे पहले एक पन्ने पर ब्लू व्हेल बनाना, खुद को चोट पहुंचाना से लेकर बिना टिकट के रेल में सफर करने जैसे टास्क भी दिए जाते हैं. इस खेल को बनाने वाला 22 साल का फिलिप बुडेकिन रशिया में 3 साल की जेल की सजा काट रहा है. फिलिप ने माना है कि उसने लोगों को आत्महत्या करने के लिए उकसाया है और वह इसके जरिए इस खेल के जरिए लोगों को वह खुशी देना चाहता है जो उनको असल जिंदगी में नहीं मिलती.
इस मुद्दे के समर्थन में दर्जनों राज्यसभा सांसदों ने हामी भरी वहीं महाराष्ट्र के बीजेपी सांसद विकास महात्मा का कहना है कि वह अमर शंकर सामने की बात से इत्तेफाक रखते हैं. उनका कहना था कि ब्लू व्हेल गेम ही नहीं बल्कि डोटा गेम भी है जिसके चलते लोग खुद को चोट पहुंचाते हैं. इसके साथ-साथ यह नैतिक मूल्यों से भी खरा नहीं उतरता. ये आपको बिना ट्रेन में टिकट के सफर करने, मंदिर से मूर्ति चुराने और पुलिस कानून तोड़ने के लिए प्रोत्साहित करता है.
वहीं उपसभापति ने कहा कि खेल मंत्री को इस मामले से अवगत कराना चाहिए ताकि वह ऐसे संवेदनशील मसले पर उचित कार्रवाई करें. संस्कृति के राज्य मंत्री ने यह आश्वासन दिया कि जो भी आवश्यक कार्रवाई होगी वह की जाएगी.