बोधगया धमाकों के तीन दिन बाद भी जांच किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंची है हालांकि एनआईए को कुछ सुराग मिले हैं जो अहम साबित हो सकते हैं. इनमें सबसे अहम हैं तीन फोन नंबर. मौका-ए-वारदात से एनआईए को एक पर्ची मिली जिस पर तीन फोन नंबर लिखे हुए थे. तीन में से दो नंबर काम नहीं कर रहे हैं जबकि एक नंबर धमाके वाले दिन सुबह तक चालू था.
धमाकों से पहले उस नंबर से ताबड़तोड़ नौ मैसेज भेजे गए. आखिरी मैसेज तड़के 4 बजे भेजा गया. धमाके 5 बजकर 25 मिनट पर शुरू हुए थे.
इसके अलावा एनआईए को कुछ और कागज के पुर्जे मिले हैं जिन पर उर्दू में कुछ लिखा हुआ है. बुद्ध की बड़ी प्रतिमा के पास मिले कागज पर लिखा है 'बड़ा बुत'. जबकि बौद्ध विहार के पास मिले कागज पर लिखा है 'इराक वॉर'. हालांकि एनआईए इसे जांच को भटकाने की कोशिश के तौर पर ही देख रही है.
ट्विटर पर IM ने ली जिम्मेदारी
बोधगया धमाकों के पीछे किन लोगों का हाथ है यह अभी तक साफ नहीं हो पाया है लेकिन ट्विटर के जरिए धमाकों की जिम्मेदारी ली गई है. 'आईएम' नाम से बनाए गए ट्विटर अकांउट पर संदेश आया कि हमने नौ धमाके कराए. अब हमारा अगला निशाना मुंबई है. रोक सको तो रोक लो. सिर्फ सात दिन बाकी हैं.
ट्विटर पर ये अपडेट धमाकों के 12 घंटे बाद आया था. ट्विटर के इसी अकाउंट पर एक अपडेट धमाकों के एक रोज पहले भी आया था. 6 जुलाई को आए इस संदेश में मुंबई को निशाना बताया गया था.
आज सोनिया और गृह मंत्री का दौरा
बोधगया ब्लास्ट मामले में यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी आज घटनास्थल का मुआयना करेंगी. केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे और गृह सचिव अनिल गोस्वामी भी उनके साथ होंगे. आज का दिन मामले की जांच में अहम हो सकता है. बिहार पुलिस ने तीन युवकों और एक युवती को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. पुलिस के मुताबिक चारों सीसीटीवी कैमरे में कैद तस्वीरों में दिखे थे. इंडियन मुजाहिदीन के कुछ आतंकियों से भी पूछताछ चल रही है. उनसे पूछताछ में अहम जानकारी मिल सकती है.