दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट ने सीबीआई से बोफोर्स तोप घोटाला मामले के रिकॉर्ड और दस्तावेज पेश करने को कहा है, जिससे यह तय किया जा सके कि बोफोर्स घोटाला मामले में आगे की जांच के लिए कोर्ट की इजाजत की जरूरत है. सीबीआई के वकील ने कोर्ट को बताया कि बोफोर्स घोटाला मामले में जांच की जरूरत है. साथ ही इस जांच को शुरू करने के लिए कोर्ट से अनुमति मांगी है. इससे पहले बोफोर्स घोटाला मामले में हाईकोर्ट ने हिंदुजा बंधुओं को बरी कर दिया था. इस दौरान कोर्ट ने सीबीआई से पूछा कि आखिर इस मामले की जांच के लिए इजाजत की जरूरत क्यों है और इस मामले की सुनवाई आगे क्यों नहीं की जाए? अब मामले की अगली सुनवाई 16 मई को दोपहर साढ़े 12 बजे से होगी.
अगर दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट सीबीआई द्वारा पेश किए जाने वाले दस्तावेजों से संतुष्ट होता है, तो फिर यह तय करेगा कि इस मामले को दोबारा खोला जाए और आगे की जांच की इजाजत दी जाए या नहीं? मामले के दस्तावेज सुप्रीम कोर्ट में हैं. इस मामले के तत्कालीन ट्रायल कोर्ट के दस्तावेज ही सुप्रीम कोर्ट से लाए जाएंगे.
बोफोर्स घोटाला मामला उस समय जोर पकड़ रहा है, जब लोकसभा चुनाव संपन्न होने में केवल 2 चरण बाकी हैं. आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश की एक रैली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर राफेल डील मामले में जारी मुहिम पर पलटवार किया था. उन्होंने कहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के पिता राजीव गांधी की जिंदगी 'भ्रष्टाचारी नंबर वन' नेता के रूप में खत्म हुई थी. इस पर राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्विटर पर पीएम मोदी को जवाब दिया था.
प्रियंका गांधी वाड्रा ने पीएम मोदी पर हमला करते हुए ट्वीट किया था, 'शहीदों के नाम पर वोट मांगकर उनकी शहादत को अपमानित करने वाले प्रधानमंत्री ने अपनी बेलगाम सनक में एक नेक और पाक इंसान की शहादत का निरादर किया. जवाब अमेठी की जनता देगी, जिनके लिए राजीव गांधी ने अपनी जान दी. हां मोदीजी....यह देश धोकेबाज़ी को कभी माफ नहीं करता.' इसके साथ ही कांग्रेस के नेताओं ने इसको लेकर पीएम मोदी की निंदा की थी. इसके बाद पीएम मोदी ने कांग्रेस को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के समय हुए बोफोर्स घोटाले के मुद्दे पर चुनाव लड़ने और बहस करने की चेतावनी दी थी.
इसके साथ ही कांग्रेस ने राजीव गांधी पर की गई इस टिप्पणी को लेकर चुनाव आयोग में पीएम मोदी की शिकायत दी थी. कांग्रेस नेता और वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने राजीव गांधी पर टिप्पणी पर नाराजगी जाहिर की थी. उन्होंने कहा था, 'ऐसा लगता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में भारतीय संस्कृति और परंपरा को लेकर सम्मान नहीं है. पीएम मोदी और भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह के अंदर से चुनाव आयोग का डर खत्म हो गया है. उन्होंने कहा कि पूर्व पीएम राजीव गांधी के बारे में सार्वजनिक तौर पर जो बोला, वह विरोधाभाषी है.'