बॉलीवुड की मशहूर अदाकारा जोहरा सहगल का निधन हो गया है. वह 102 वर्ष की थीं. 1912 में उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में जन्मी जोहरा सहगल ने डांसर के तौर पर अपने करियर की शुरुआत की. इसके बाद बॉलीवुड में अपने लिए अनोखा मकाम हासिल किया.
जोहरा सहगल ने दिल्ली के मैक्स अस्पताल में शाम करीब 4:30 बजे अंतिम सांस ली. उनकी बेटी किरण ने बताया, ‘दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया. वे पिछले तीन-चार दिनों से अस्वस्थ चल रही थीं.’ उनके निधन पर प्रदानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख जताया है.
Prolific & full of life, Zohra Sehgal made a mark through her acting, which is admired across generations. Saddened on her demise.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 10, 2014
शुक्रवार को दिन में 11 बजे दिल्ली के लोधी रोड श्मशान घाट पर जोहरा का अंतिम संस्कार किया जाएगा. रात के समय मशहूर इतिहासकार इरफान हबीब ने ट्वीट करके जोहरा के निधन की जानकारी साझा की. उन्होंने कहा, ‘इसकी अभी अभी पुष्टि हुई है कि जोहरा आपा अब नहीं रहीं.’ एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘जोहरा सहगल के निधन के बारे में जानकर बहुत दुख हुआ. वे अपनी शर्तों पर जिंदगी जीने वाली महिला थीं. कला व संस्कृति के क्षेत्र को बड़ा नुकसान है.’
जोहरा सहगल का जन्म सन 1912 में यूपी के सहारनपुर में हुआ था. जोहरा ने अपने करियर की शुरुआत 1935 में बतौर डांसर उदय शंकर के साथ की थी. जोहरा ने 1946 में पहली फिल्म ‘धरती के लाल’ में अभिनय किया, लेकिन 80 साल की उम्र के बाद उन्होंने कई फिल्मों में यादगार भूमिकाएं कीं. जोहरा को 1998 में पद्मश्री और 2010 में पद्म विभूषण से नवाजा जा चुका है.
(कुछ इस अंदाज में अपने जन्मदिन का केक काटा था जोहरा सहगल ने)
जिस उम्र में ज्यादातर कलाकार अभिनय को अलविदा कह देते हैं ऐसे दौर में जोहरा युवा कलाकारों के साथ कदमताल करती हुई दिखीं. जोहरा 20 साल की उम्र में उस समय के समाज की तमाम वर्जनाओं को तोड़ते हुए डांस सीखने जर्मनी पहुंच गईं. वहां वे 1935 में उदय शंकर से मिलीं. उदय शंकर के बैले में डांसर के तौर पर पूरी दुनिया को नाप डाला.
बॉलीवुड में उन्होंने पृथ्वीराज कपूर से लेकर रणबीर कपूर तक के साथ काम किया. 'सांवरिया', 'चीनी कम', 'हम दिल दे चुके सनम', 'दिल से', 'बैंड इट लाइक बैकहम', 'साया', 'वीर-जारा', 'मिस्ट्रेस ऑफ स्पाइसेज' जैसी फिल्मों में जोहरा की चुलबुली एक्टिंग को नई पीढ़ी के लोगों ने भी देखा और सराहा.
वह ‘इंडियन पीपुल्स थिएटर एसोसिएशन’ की सदस्य थीं और वर्ष 1946 में अपनी पहली फिल्म प्रोडक्शन ‘धरती के लाल’ के जरिये रूपहले पर्दे पर पदार्पण किया. उन्होंने चेतन आनंद की फिल्म ‘नीचा नगर’ में भी काम किया. वर्ष 2012 में बेटी किरन ने ‘जोहरा सेहगल: फैटी’ नाम से जोहरा की जीवनी लिखी.
ओडिशी नृत्यांगना किरन ने दुख जताते हुए कहा कि अपने अंतिम दिनों में उनकी मां को सरकारी फ्लैट तक नहीं मिला, जिसकी उन्होंने मांग की थी.
उन्होंने कहा, ‘वह जिंदादिली और ऊर्जा से हमेशा लबालब रहती थीं. मैं अभी विचित्र मन:स्थिति में हूं.. लेकिन यह ज्यादा दर्दनाक है कि उनके अंतिम दिनों में, उन्होंने एक सरकारी फ्लैट मांगा था जो उन्हें नहीं मिला.’ इस बीच, जोहरा के निधन की खबर फैलने पर फिल्म जगत ने ट्विटर की मदद से शोक व्यक्त किया.
अभिनेता अमिताभ बच्चन ने लिखा, ‘जोहरा सहगल का 102 वर्ष की उम्र में निधन हो गया.. क्या दौर रहा, वह कितनी प्यारी सहअभिनेत्री थीं. मैं उनकी आत्मा की शांति की कामना करता हूं.’ केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भी इस अभिनेत्री के निधन पर संवेदना व्यक्त की.
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