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'भीड़ के सामने पेशाब नहीं करेगा टॉमी सिंह', कोर्ट ने सिर्फ 1 कट के साथ 'उड़ता पंजाब' को दी मंजूरी

रविवार को सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष पहलाज निहलानी ने दावा किया कि फिल्म को 13 कट के बाद 'ए' सर्टिफिकेट दिया गया है.

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सेंसर बोर्ड से मतभेद के बाद विवादों में घिरी अनुराग कश्यप की फिल्म 'उड़ता पंजाब' को बॉम्बे हाई कोर्ट ने रिलीज की मंजूरी दे दी है. कोर्ट ने अपने फैसले में दो टूक शब्दों में कहा कि फिल्म में देश या राज्य के खि‍लाफ कुछ भी नहीं है और न ही यह फिल्म ड्रग्स का महिमामंडन करती है.

बंबई हाई कोर्ट ने इसके साथ ही सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (सेंसर बोर्ड) को खूब फटकार लगाई. सेंसर बोर्ड ने जिन 13 कट्स की बात कही थी, उनमें से केवल एक दृश्य को हटाने पर बंबई हाई कोर्ट ने रजामंदी दी. साथ ही फिल्म के निर्माता को निर्देश दिया गया कि वह 'उड़ता पंजाब' में तीन डिस्क्लेमर देंगे. कट नंबर 9 पर कोर्ट ने CBFC का सुझाव मानते हुए कहा, 'टॉमी सिंह का भीड़ के सामने पेशाब करने वाला सीन हमें नहीं लगता कि यह जरूरी है.'

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फिल्म देश या राज्य के खि‍लाफ नहीं
कोर्ट ने इसके साथ ही सोमवार को महत्वपूर्ण निर्देश भी जारी किए. कोर्ट ने कहा कि फिल्म की स्क्रिप्ट और नाम में ऐसा कुछ भी नहीं है कि देश की एकता या संप्रभुता को चोट पहुंचे.

हर डायलॉग में गाली जरूरी नहीं
बॉम्बे हाई कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कहा, 'जहां तक कट नंबर 5 की बात है, कुछ गालियों का इस्तेमाल किया गया है. कुछ खराब शब्दों को हटाए जाने की जरूरत है. हम इस बात से सहमत नहीं हैं कि कुछ फिल्मों में गालियों के इस्तेमाल की छूट दे दी जाए इसलिए उड़ता पंजाब में भी इन्हें इजाजत दी जानी चाहिए. हर डायलॉग में गाली डालने की जरूरत नहीं है.

कट नंबर 6 पर कोर्ट ने कहा, 'MP, MLA, संसद सामान्य शब्द हैं. ये किसी संगठन के बारे में नहीं हैं, लेकिन यह सामान्य राजनीतिक चीजों को दिखलाते हैं.' कट नंबर 8 पर भी कोर्ट ने सेंसर बोर्ड से असहमति जताई. कोर्ट ने कहा, 'ड्रग लेने के एक मात्र सीन से किसी आदेश का उल्लंघन नहीं होता है. कट नंबर 7 पर कोर्ट ने कहा कि इसकी जरूरत नहीं है.

गाने की एक लाइन से छवि पर असर नहीं
कोर्ट ने कहा कि गाना नंबर 3 में स्क्रैचिंग के सीन को हटाने की कोई जरूरत नहीं है. 'जमीन बंजर तो औलाद कंजर' वाले डायलॉग पर हाई कोर्ट ने कहा, 'पंजाब हरित क्रांति की भूमि है, बहादुर सिपाहियों की जमीन है. एक वाक्य से इस छवि पर कोई असर नहीं पड़ता है.'

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सेंसर बोर्ड ने अपनी दलीलों में 'उड़ता पंजाब' में कई दृश्यों को हटाने पर जोर दिया था, जिन्हें हाई कोर्ट ने ठुकरा दिया. कोर्ट ने कहा है कि बोर्ड को किसी फिल्म को सेंसर करने का कोई अधिकार नहीं है. कोर्ट ने यह भी कहा है कि फिल्मकार को कैसी फिल्म बनानी चाहिए, यह उसे कोई नहीं बता सकता है.

दूसरी ओर, पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट ने फिल्म के निर्माताओं को नोटिस जारी कर पूछा है कि उनकी फिल्म को क्यों नहीं रोका जाए.

फिल्म के किरदार ने समस्या को बखूबी पेश किया
हालांकि, बॉम्बे हाई कोर्ट के फैसले से निर्माताओं को बड़ी राहत मिली है. सुनवाई के बाद कोर्ट ने कहा, 'फिल्म में ड्रग्स की लत को हाईलाइट किया गया है. जितनी आसानी से ड्रग उपलब्ध है और इसे रोकने के लिए तैनात किए गए लोग अपना काम सही से नहीं कर पा रहे वह चिंता का विषय है. फिल्म के सभी किरदार इस समस्या को बखूबी पेश करते हैं.'

सीन हटाना, फिल्म मेकिंग पर पाबंदी नहीं
कोर्ट ने कहा, 'फिल्म से सीन हटाने के पीछे बोर्ड का मकसद फिल्म मेकिंग पर पाबंदी लगाना नहीं है, उसका उद्देश्य समाज को ध्यान में रखकर फैसला लेना है. बोर्ड को यह आश्वस्त करना होगा कि ड्रग को ग्लैमर में तब्दील करने वाले दृश्य न दिखाए जाएं. संवेदनशील मुद्दों को भड़काया न गया हो और डुअल मीनिंग बातें को बढ़ावा न दिया गया हो.'

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कोर्ट ने कहा कि याचिकर्ताओं ने ड्रग का मुद्दा चुना है और पंजाब में यह समस्या ज्यादा है तो इसमें कुछ गलत नहीं है. यूथ को ध्यान में रखकर रॉकस्टार का कैरेक्टर चुना गया है. अगर फिल्म निर्माता किसी समस्या को उठाना चाहते हैं तो उस पर दखल देने का अधिकार किसी को नहीं है जब तक कि रचनात्मकता की आजादी का दुरुपयोग नहीं होता.

सूत्रों के मुताबिक, सेंसर बोर्ड ने पहले फिल्म में कुल 89 कट लगाए थे और फिल्म के 73 फीसदी हिस्से को मंजूरी दी थी, हालांकि रविवार को सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष पहलाज निहलानी ने दावा किया कि फिल्म को 13 कट के बाद 'ए' सर्टिफिकेट दिया गया है.

कोर्ट ने दी थी हिदायत
बता दें कि पिछली सुनवाई के दौरान निर्माता फिल्म के कुछ सीन हटाने को राजी हो गए थे. हालांकि कोर्ट ने हिदायत देते हुए कहा था कि फिल्म देखने वालों की अपनी समझ होती है, दर्शकों के विवेक पर भरोसा रखें और इसे लोगों पर छोड़ दें. 'सेंसर' शब्द मीडिया का बनाया हुआ है, आपका काम फिल्मों को सर्टिफिकेट देना है.

वहीं, बोर्ड के वकीलों ने फिल्म के कुछ सीन और डायलॉग पर आपत्ति जताई थी.

17 जून को रिलीज होनी है फिल्म
अभिषेक चौबे के निर्देशन में बनी फिल्म 'उड़ता पंजाब' में शाहिद कपूर, आलिया भट्ट, करीना कपूर और दिलजीत दोसांज मुख्य किरदारों में है. पंजाब में युवाओं के बीच बढ़ रहे ड्रग्स के चलन की समस्या पर बनी ये फिल्म 17 जून को रिलीज होनी है.

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