आखिरकार रेलवे ने अपनी टिकट बुकिंग साइट irctc.co.in की सुस्ती का इलाज खोज लिया है. नए ई टिकटिंग फॉर्मेट में साइट की स्पीड डेढ़ गुनी तेज होगी. इसके जरिए प्रति मिनट 7 हजार लोग ई टिकट बुक कर सकेंगे.
रेलवे को अपने हालिया अध्ययन से यह बात समझ में आई है कि लोगों का एक बहुत बड़ा तबका (85 फीसदी विजिटर) रेलवे टिकट बुकिंग की इस साइट पर दरअसल टिकट बुक करने नहीं आता है. यह आता है किसी जगह जाने वाली ट्रेनों के बारे में पता करने के लिए, वहां से वापसी की ट्रेनों के बारे में जानने के लिए और इन ट्रेनों में सीटों की उपलब्धता या रिजर्वेशन की संभावना जानने के लिए. ऐसे में नई व्यवस्था में इन सब कामों के लिए यानी टिकट बुक करने के अलावा बाकी कामों के लिए एक अलग प्लेटफॉर्म होगा. जब आप टिकट और ट्रेन के बारे में सब कुछ तय कर चुके होंगे, तब बुक नाउ का बटन दबाना होगा. इसके बाद यूजर को रेलवे टिकट बुकिंग की साइट पर रि डायरेक्ट किया जाएगा.
इस पहल से रेलवे टिकट बुकिंग की साइट चलाने वाले सर्वर पर कम लोड पड़ेगा और टिकट बुकिंग का प्रोसेस तेज हो जाएगा. यूजर को सीटों की उपलब्धता और भुगतान के दौरान कम समय लगेगा.
कुल 5 करोड़ रुपये खर्च कर रेलवे यह नई व्यवस्था शुरू करने जा रहा है. इसके बाद यात्रा की प्लानिंग वाला हिस्सा और वास्तव में टिकट बुक करने वाला हिस्सा दो भागों में बंट जाएगा.फिलहाल औसतन रोजाना 5 लाख लोग रेलवे की इस साइट पर जाकर टिकट बुक करते हैं. नई व्यवस्था के बारे में बात करते हुए सेंटर फॉर रेलवे इन्फॉर्मेशन सिस्टम के मैनेजिंग डायरेक्टर सुनील कुमार ने बताया कि हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि यात्रा की प्लानिंग करने वाला हिस्सा सरल ढंग से और तेज रफ्तार से काम करे. इससे यह भी तय होगा कि टिकट बुकिंग वाली वेबसाइट इस ट्रैफिक से प्रभावित न हो.बकौल कुमार रेलवे का लक्ष्य है कि इस नई व्यवस्था के तहत प्रति मिनट 7 हजार लोग टिकट बुक करवा सकें.