गुरूवार को विज्ञानभवन में सीमा सुरक्षा बल के जवानों को उनके शौर्य और साहस के लिए सीमा प्रहरियों का सम्मान करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि देश की सीमा पर अगर घुसपैठ में कमी आई है तो उसका बड़ा श्रेय सीमा सुरक्षा बल के जवानों को जाता है.
हर साल एक जून को सीमा सुरक्षा बल के संस्थापक रुस्तम जी के जन्मदिन को एसएसबी अपने अलंकरण दिवस के तौर पर मनाती है और इस साल बल के 29 अधिकारियों-जवानों में से 12 वीरता पुलिस पदक और 17 सराहनीय सेवा पुलिस पदक से सम्मानित किए गए.
पदक विजेताओं में आरक्षक दलजीत सिंह को प्रधानमंत्री जीवनरक्षा पुलिस पदक और छठी एशियाई पैरा साइक्लिंग में कांस्य हासिल करने वाले पहले आरक्षक हरिंदर सिंह को विशेष पदक दिया गया.
सीमा सुरक्षा बल के डीजी केके शर्मा ने कहा कि बदलते समय में तकनीक के मद्देनजर सीमा सुरक्षा बल की चुनौतियां भी बदल गयी हैं. लिहाजा बल के कार्मिकों को भी सामरिक, तकनीकी प्रशिक्षण और आयुध जैसे क्षेत्रों में खुद को प्रशिक्षित कर रहा है.
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सीमा पर घुसपैठ को रोकने के लिए पहले दुश्मन को सीमा सुरक्षा बल के जवानों को ही भेदना होता है लेकिन बल सदैव मजबूती से घुसपैठ रोकने में कामयाब रहा है.