मुंबई की लाइफलाइन लोकल ट्रेन में यात्रा करने वाले अब वातानुकूलित सफर का मजा ले सकेंगे. लेकिन यात्री ज्यादा और ट्रेन कम होने के कारण लोकल हमेशा ठसाठस भरी रहती हैं तो आसान कैसे होगा? सूत्रों कि मानें तो आरपीएफ के जवान या मार्शलों को लोकल ट्रेनों में तैनात किया जाएगा.
लोकल ट्रेन की क्षमता 1,800 यात्रियों को लेकर चलने की होती है जबकि इसमें औसतन 8,000 लोग सफर करते हैं. ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि एसी लोकल ट्रेन चालू की जाती है तो उसके दरवाजे को बंद कैसे किया जाएगा?
अभी तय नहीं हुआ किराया
डिप्टी सेंट्रल सिक्योरिटी कमिश्नर सचिन भालोडे ने बताया कि मुंबई की AC लोकल ट्रेन में अब आरपीएफ जवानों के यात्रियों को रोकने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा.
हांलाकि किराया और दरवाजा बंद होने के सवाल पर अधिकारियों का कहना है कि एक बार में लोकल एसी ट्रेन में 4500 यात्री सफर कर सकेंगे. किराया अभी तय नहीं किया गया है. दरवाजा बंद करने के लिए वह बाउंसर (पहलवान) रखे जाएंगे.
दी जाएगी ट्रेनिंग
मुंबई को ऐसी लोकल ट्रेन की अभी आदत नहीं हुई है. ऐसे में दरवाजा खोलने या बंद करने के लिए अब आरपीएफ के जवानों को ट्रेनिंग दी जाएगी.