नौसेना के युद्ध पोत आईएनएस कोच्चि से रविवार को पहली बार सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस का सफल परीक्षण किया गया. ब्रह्मोस एयरोस्पेस के सूत्रों ने बताया कि देश के पश्चिमी तट पर कोलकाता क्लास के दूसरे युद्ध पोत आईएनएस कोच्चि से ब्रह्मोस मिसाइल प्रणाली का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया.
दुनिया की सबसे तेज गति की मिसाइल
75 सौ टन वजनी आईएनएस कोच्चि को इस वर्ष 30 सितंबर को भारतीय नौसेना के बेड़े में शामिल किया गया था, जिसमें 16 ब्रह्मोस मिसाइल को ले जाने की क्षमता है. ब्रह्मोस मिसाइल की रफ्तार 2.8 मैक है, जो कि इसे दुनिया की सबसे तेज गति की मिसाइल बनाती है. आईएनएस कोच्चि पर इसके लगने के बाद यह युद्धपोत भारतीय नौसेना के सबसे खतरनाक युद्धपोतों में से एक बन गया है.
बढ़ जाएगी भारतीय नौसेना की मारक क्षमता
ब्रह्मोस दुनिया की सबसे तेज क्रूज मिसाइलों में से एक है और रविवार को हुए परीक्षण में उसने अपनी क्षमता के अनुरूप 290 किलोमीटर दूर स्थित लक्ष्य पर सटीक निशाना साधा. ब्रह्मोस के इस परीक्षण के बाद आईएनएस कोच्चि और भारतीय नौसेना की मारक क्षमता और बढ़ जाएगी.
भारतीय नौसेना का एक और खतरनाक प्लेटफॉर्म
ब्रह्मोस एयरोस्पेस सीईओ और प्रबंध निदेशक सुधीर मिश्रा ने कहा, ‘ ब्रह्मोस लंबी दूरी के नौसेना के सतह पर लक्ष्यों को शामिल कर प्रमुख हमलावर हथियार के तौर पर युद्धक जहाज की अपराजेयता को सुनिश्चित करेगा और इस प्रकार विनाशक जहाज को भारतीय नौसेना का एक और खतरनाक प्लेटफॉर्म बनाता है.’ नौसेना ने आईएनएस कोच्चि का इस साल 30 सितंबर को जलावतरण किया था.
‘एलेप्पी’ को भेद दिया
रक्षा अधिकारियों ने बताया कि दुनिया के सबसे तेज क्रूज मिसाइल ने उच्चस्तरीय और बेहद जटिल कौशल दिखाने के बाद सफलतापूर्वक सेवामुक्त किए जा चुके जहाज ‘एलेप्पी’ को भेद दिया. यह जहाज मिसाइल की पूर्ण मारक क्षमता के लगभग बराबर दूरी पर था.