प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से शुक्रवार को स्वतंत्रता दिवस का अपना पहला भाषण देंगे, जो परंपराओं से हटते हुए पहले से लिखा हुआ नहीं होगा. एक और दिलचस्प बात ये है कि पीएम मोदी के भाषण के दौरान अगर बारिश होती है, तो भी वो छाता नहीं लगवाएंगे.
मोदी के भाषण में उनके द्वारा अपने कार्यकाल के लिए अपनी दूरदृष्टि और एजेंडा का जिक्र किए जाने की उम्मीद है. सरकार में मौजूद सूत्रों ने बताया कि भाषण में जिक्र किए जाने वाले विषय ‘प्वाइंट’ के रूप में मोदी के पास होंगे, जिसके आधार पर वह अपना भाषण देंगे. उनके भाषण को लिखित रूप देने का काम अनुवादकों के साथ प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी) के अधिकारियों की एक बड़ी टीम करेगी.
गौरतलब है कि परंपरागत रूप से प्रधानमंत्री स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्र को संबोधित करने के दौरान पहले से लिखे हुए भाषण को पढ़ा करते हैं. हालांकि, मोदी पहले से नहीं लिखा हुआ भाषण देने के लिए जाने जाते हैं. मोदी साथ ही बारिश होने पर भी छाता नहीं लगवाएंगे.
अपने भाषण में प्रधानमंत्री द्वारा अपनी दूरदृष्टि का जिक्र और अपने कार्यकाल के दौरान लागू किए जाने वाले कार्यक्रमों और नीतियों का एजेंडा बयां किए जाने की उम्मीद है. विदेश नीति से जुड़े मुद्दे पर उनके बोलने की उम्मीद है.
मोदी द्वारा एक महात्वाकांक्षी वित्तीय समावेश योजना पेश करने की उम्मीद है, जो 15 करोड़ लोगों को बैंक खाता मुहैया करेगा, जिसमें 5,000 रुपये की ओवरड्राफ्ट सुविधा (खाते में जमा रकम से अधिक निकासी) होगी और एक लाख रुपये की दुर्घटना बीमा होगी.
सूत्रों ने बताया कि दो चरणों वाले वित्तीय समावेश मिशन का मोदी यहां इस महीने के आखिर में शुभारंभ करेंगे. इसे केंद्रीय कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है. उन्होंने बताया कि सरकार इस योजना को देश भर में 28 और 29 अगस्त को संचालित करने के लिए तैयारी कर रही है.