विश्वमंच पर भारत और भारतीयों के बढ़ते दबदबे के बीच ब्रिटेन के प्रधानमंत्री गॉर्डन ब्राउन ने कहा है कि भारत के साथ उनके मजबूत संबंधों और भारतीय समुदाय के लोगों के योगदान के बिना ब्रिटेन अपने मुकाम पर कायम नहीं रह सकेगा."/> विश्वमंच पर भारत और भारतीयों के बढ़ते दबदबे के बीच ब्रिटेन के प्रधानमंत्री गॉर्डन ब्राउन ने कहा है कि भारत के साथ उनके मजबूत संबंधों और भारतीय समुदाय के लोगों के योगदान के बिना ब्रिटेन अपने मुकाम पर कायम नहीं रह सकेगा."/> विश्वमंच पर भारत और भारतीयों के बढ़ते दबदबे के बीच ब्रिटेन के प्रधानमंत्री गॉर्डन ब्राउन ने कहा है कि भारत के साथ उनके मजबूत संबंधों और भारतीय समुदाय के लोगों के योगदान के बिना ब्रिटेन अपने मुकाम पर कायम नहीं रह सकेगा."/>
विश्वमंच पर भारत और भारतीयों के बढ़ते दबदबे के बीच ब्रिटेन के प्रधानमंत्री गॉर्डन ब्राउन ने कहा है कि भारत के साथ उनके मजबूत संबंधों और भारतीय समुदाय के लोगों के योगदान के बिना ब्रिटेन अपने मुकाम पर कायम नहीं रह सकेगा.
भारत के 60वें गणतंत्र दिवस से पहले ब्रिटेन के एक अग्रणी बितानी एशियाई प्रकाशन ‘‘एशियन लाइट’’ के गणतंत्र दिवस विशेषांक के लिए लिखे अपने विशेष लेख में ब्राउन ने कहा है कि 21वीं सदी में ब्रिटेन और भारत के बीच ‘‘बराबरी की साझेदारी’’ के रूप में ऐतिहासिक संबंध और प्रगाढ़ होंगे.
ब्राउन ने लिखा है, ‘‘गणतंत्र दिवस के समाराहों में ब्रिटेन का शामिल होना उनके देश के लिए खुशी और सम्मान की बात है. भारत के संविधान अंगीकार करने और ब्रिटिश उपनिवेश से गणराज्य बनने के साठ वर्ष पूरे हो रहे हैं. भारत के साथ अपने मजबूत संबंधों और भारतीय समुदाय के लोगों के योगदान के बिना ब्रिटेन अपने मुकाम पर कायम नहीं रह सकेगा.’’ ब्राउन ने भारत को एक ‘‘मॉडर्न ग्लोबल सक्सेस स्टोरी’’ बताया.
दस डाउनिंग स्ट्रीट पर दीवाली के आयोजन की याद ताता करते हुए ब्राउन ने कहा कि ब्रिटेन में रहने वाले भारतीय मूल के जानेमाने लोगों से उनकी बातचीत उन्हें दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र और दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के बीच ‘‘गहरी दोस्ती और सम्मान’’ का स्मरण कराती है.
उन्होंने कहा कि मुंबई हमले जैसी घटनाएं ‘‘हमें यहां गहराई तक छू जाती हैं.’’ उन्होंने कहा कि ब्रिटेन और भारत, अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन और परमाणु प्रसार जैसे प्रमुख मुद्दों का साथ मिलकर मुकाबला करते रहे हैं.