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CCD के मालिक वीजी सिद्धार्थ के अंतिम संस्कार में पहुंचे कर्नाटक CM येदियुरप्पा

कैफे कॉफी डे चेन के संस्थापक वीजी सिद्धार्थ का शव बरामद किए जाने के बाद चिकमंगलूर में उनका अंतिम संस्कार किया गया. उनके अंतिम संस्कार में मुख्यमंत्री येदियुरप्पा के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री एसएम कृष्णा भी शामिल हुए. 36 घंटे चली तलाश के बाद बुधवार को सुबह नेत्रवती नदी से उनका शव बरामद हुआ.

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वीजी सिद्धार्थ के अंतिम संस्कार समारोह में शामिल होने पहुंचे सीएम येदियुरप्पा (FILE- IANS)
वीजी सिद्धार्थ के अंतिम संस्कार समारोह में शामिल होने पहुंचे सीएम येदियुरप्पा (FILE- IANS)

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  • 36 घंटे से ज्यादा समय तक तलाश के बाद मिला वीजी सिद्धार्थ का शव
  • कांग्रेस समेत कई बड़े नेताओं ने उनकी खुदकुशी पर सवाल उठाए

कैफे कॉफी डे चेन के संस्थापक और कर्नाटक के मशहूर कारोबारी वीजी सिद्धार्थ का अंतिम संस्कार बुधवार को चिकमंगलूर में कराया गया. राज्य के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा भी उनके अंतिम संस्कार समारोह में शामिल होने चिकमंगलूर पहुंचे.

पूर्व विदेश मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री एसएम कृष्णा के दामाद सिद्धार्थ पिछले 2 दिनों से लापता थे. 36 घंटे से ज्यादा समय तक तलाश किए जाने के बाद आज बुधवार सुबह उनका शव बरामद हुआ. उनका शव दक्षिण कन्नड़ जिले के नेत्रवती नदी में मिला.

शव बरामद किए जाने के बाद चिकमंगलूर में कारोबारी सिद्धार्थ का अंतिम संस्कार किया गया. उनके अंतिम संस्कार में मुख्यमंत्री येदियुरप्पा के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री एसएम कृष्णा भी शामिल हुए.

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अंतिम संस्कार में शामिल होने गए मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने कहा कि वह एक साधारण इंसान थे. दुनिया में भारतीय कॉफी को लोकप्रिय बनाने में एक पॉयनियर की तरह थे. मैं विश्वास नहीं कर सकता कि एसएम कृष्णा जी के गाइडेंस में रहने वाला कोई शख्स इस तरह से अपनी जिंदगी खत्म कर सकता है.

माना जा रहा है कि लगातार बढ़ते कर्ज के कारण उन्होंने खुदकुशी कर ली. हालांकि उनकी खुदकुशी पर कई तरह के सवाल भी खड़े होने लगे हैं. कांग्रेस नेता संजय निरूपम, कार्ति चिदंबरम समेत कई अन्य नेताओं ने ट्वीट कर सवाल किए.

कांग्रेस नेता संजय निरूपम ने ट्वीट कर सवाल दागा कि 1,700 CCD आउटलेट के मालिक सिद्धार्थ का शव एक नदी के किनारे मिलता है. इस मौत का जिम्मेदार किसे माना जाना चाहिए? मोदी सरकार? आयकर विभाग के अधिकारी? या फिर प्राइवेट पार्टनर? उन्होंने आगे लिखा कि उनकी मौत की जांच होनी चाहिए, सभी कारोबारी चोर नहीं होते.

वीजी सिद्धार्थ भारी कर्ज में बताए जा रहे थे, जिसकी वजह से वह बेहद परेशान थे. इसी साल जनवरी, 2019 में आयकर विभाग ने माइंडट्री के 74.90 लाख शेयर अटैच कर लिए थे जिसमें 22.20 लाख शेयर कॉफी डे इंटरप्राइजेज के थे जबकि 52.70 लाख शेयर प्रोमोटर सिद्धार्थ के पास थे, लेकिन स्टॉक एक्सचेंजों से हासिल आंकड़ों के अनुसार, चौंकाने वाली बात यह है कि इन शेयरों का करीब 76 फीसदी हिस्सा गिरवी रखा गया था.

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