कैफे कॉफी डे चेन के संस्थापक और कर्नाटक के मशहूर कारोबारी वीजी सिद्धार्थ का अंतिम संस्कार बुधवार को चिकमंगलूर में कराया गया. राज्य के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा भी उनके अंतिम संस्कार समारोह में शामिल होने चिकमंगलूर पहुंचे.
पूर्व विदेश मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री एसएम कृष्णा के दामाद सिद्धार्थ पिछले 2 दिनों से लापता थे. 36 घंटे से ज्यादा समय तक तलाश किए जाने के बाद आज बुधवार सुबह उनका शव बरामद हुआ. उनका शव दक्षिण कन्नड़ जिले के नेत्रवती नदी में मिला.
शव बरामद किए जाने के बाद चिकमंगलूर में कारोबारी सिद्धार्थ का अंतिम संस्कार किया गया. उनके अंतिम संस्कार में मुख्यमंत्री येदियुरप्पा के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री एसएम कृष्णा भी शामिल हुए.
Karnataka: Chief Minister BS Yediyurappa arrives at Chikkamagaluru, for the last rites ceremony of son-in-law of Former Union Minister SM Krishna and founder&owner Cafe Coffee Day, VG Siddharatha. pic.twitter.com/224jJZN4Nw
— ANI (@ANI) July 31, 2019
अंतिम संस्कार में शामिल होने गए मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने कहा कि वह एक साधारण इंसान थे. दुनिया में भारतीय कॉफी को लोकप्रिय बनाने में एक पॉयनियर की तरह थे. मैं विश्वास नहीं कर सकता कि एसएम कृष्णा जी के गाइडेंस में रहने वाला कोई शख्स इस तरह से अपनी जिंदगी खत्म कर सकता है.
Karnataka CM, BS Yediyurappa: He was a simple man, a pioneer in popularising Indian coffee in the world. I can't even imagine why a person who would have been under the guidance of SM Krishna Ji end his life. I give my tributes to his family. pic.twitter.com/tKkFCa75R5
— ANI (@ANI) July 31, 2019
माना जा रहा है कि लगातार बढ़ते कर्ज के कारण उन्होंने खुदकुशी कर ली. हालांकि उनकी खुदकुशी पर कई तरह के सवाल भी खड़े होने लगे हैं. कांग्रेस नेता संजय निरूपम, कार्ति चिदंबरम समेत कई अन्य नेताओं ने ट्वीट कर सवाल किए.
कांग्रेस नेता संजय निरूपम ने ट्वीट कर सवाल दागा कि 1,700 CCD आउटलेट के मालिक सिद्धार्थ का शव एक नदी के किनारे मिलता है. इस मौत का जिम्मेदार किसे माना जाना चाहिए? मोदी सरकार? आयकर विभाग के अधिकारी? या फिर प्राइवेट पार्टनर? उन्होंने आगे लिखा कि उनकी मौत की जांच होनी चाहिए, सभी कारोबारी चोर नहीं होते.
वीजी सिद्धार्थ भारी कर्ज में बताए जा रहे थे, जिसकी वजह से वह बेहद परेशान थे. इसी साल जनवरी, 2019 में आयकर विभाग ने माइंडट्री के 74.90 लाख शेयर अटैच कर लिए थे जिसमें 22.20 लाख शेयर कॉफी डे इंटरप्राइजेज के थे जबकि 52.70 लाख शेयर प्रोमोटर सिद्धार्थ के पास थे, लेकिन स्टॉक एक्सचेंजों से हासिल आंकड़ों के अनुसार, चौंकाने वाली बात यह है कि इन शेयरों का करीब 76 फीसदी हिस्सा गिरवी रखा गया था.