कर्नाटक में बीजेपी के सीएम पद के उम्मीदवार बी. एस. येदियुरप्पा मौजूदा मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के खिलाफ कोर्ट पहुंच गए हैं. उन्होंने कर्नाटक हाईकोर्ट में सिद्धारमैया द्वारा उन्हें 'जेल बर्ड' कहने के खिलाफ अपील दायर की है. सिद्धारमैया के अलावा दिनेश राव, बृजेश कलप्पा और अन्य कांग्रेस नेताओं के खिलाफ ये शिकायत दर्ज की गई है. उनकी तरफ से अपील की गई है कि नेताओं द्वारा इस शब्द के उपयोग पर रोक लगाई जाए.
गौरतलब है कि सिद्धारमैया की ओर से कई रैलियों और ट्वीट में येदियुरप्पा के लिए 'जेल बर्ड' का इस्तेमाल किया गया है. उन्होंने कहा कि येदियुरप्पा को भ्रष्टाचार के बारे में बोलने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है. इसी मसले को लेकर उन्होंने अब कोर्ट का रुख किया है. कोर्ट की तरफ से मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और अन्य नेताओं को नोटिस भेज दिया है. मामले की सुनवाई 26 मार्च को होगी. येदियुरप्पा के वकील संदीप पाटिल की तरफ से निचली अदालत में याचिका डाली गई थी, जिसके बाद ये मामला हाईकोर्ट में आ गया है.
. @BJP4Karnataka has to worry about convincing voters here how former #JailBird @BSYBJP who presided over mining loot, illegal denotification of Bengaluru lands & cash-for-MLA scam called OperationKamala, can provide stable corruption free governance.
— Siddaramaiah (@siddaramaiah) March 4, 2018
याचिका में साफ तौर पर कहा गया है कि मुख्यमंत्री और अन्य नेता येदियुरप्पा को जेल बर्ड नहीं बता सकते हैं. क्योंकि वह किसी भी केस में दोषी करार नहीं दिए गए हैं. उन्हें जेल बर्ड बुलाने कोर्ट के फैसले का ही अपमान होगा. उन्होंने कहा कि येदियुरप्पा के खिलाफ कुछ केस सुप्रीम कोर्ट में चल रहे हैं लेकिन अभी उनपर कमेंट करना गलत होगा.
आपको बता दें कि भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण येदियुरप्पा को 2011 में मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ा था. लेकिन 2016 में सीबीआई कोर्ट ने उन्हें बरी करार दिया था. उनके अलावा 9 अन्य लोगों को भी बरी कर दिया गया था.
गौरतलब है कि पूर्वोत्तर के चुनावों के बाद अब सबकी नज़र कर्नाटक विधानसभा चुनावों पर है. आपको बता दें कि 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 122 सीटें मिली थीं. जबकि जनता दल (सेक्यूलर) को 40, बीजेपी को 40, केजेपी को 6, निर्दलीयों को 9 और अन्य के खाते में 7 सीटें गई थीं.