बीएसएफ के जवानों को खराब खाने की पोल खोलने वाले तेज बहादुर को नौकरी से निकाल दिया गया था. जिसके बाद अब तेज बहादुर ने अपनी बर्खास्तगी को पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट में चुनौती दी है.
बता दें कि तेज बहादुर ने खराब खाना परोसे जाने पर एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया था. जिसके बाद वह वीडियो वायरल हो गया था और तेज बहादुर को नौकरी से हाथ धोना पड़ा था.
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बिना नोटिस नौकरी से निकाला
कोर्ट में अपने वकील एसपी यादव के जरिए दी याचिका में तेज बहादुर ने तर्क दिया है कि उन्होंने बीसएफ से अपनी इच्छा से सेवानिवृत्ति की मांग की थी, जिसकी पहले इजाजत दे दी गई लेकिन बाद में इसे रद्द करके उनको बिना कोई नोटिस दिए ही नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया.
पहले भी की थी खराब खाने की शिकायत
अपनी याचिका में तेज बहादुर ने कोर्ट को बताया है कि उन्होंने अक्टूबर 2015 में भी घटिया खाने की शिकायत एक सैनिक सम्मेलन के दौरान की थी, लेकिन बीएसएफ ने उसकी शिकायत पर कोई कारवाई करने के बजाय दिसंबर 2016 नें उनका तबादला कर दिया. जिस जगह पर उनका तबादला हुआ वहां भी जवानों को बेहद घटिया और कम खाना मिलता था.
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दोस्तों ने किया था वीडियो पोस्ट
तेज बहादुर ने अपनी याचिका में दावा किया है कि घटिया खाना परोसे जाने का वीडियो उन्होंने खुद फेसबुक पर अपलोड नहीं किया था बल्कि यह शरारत उसके कुछ साथियों की थी. तेज प्रताप के मुताबिक 8 जनवरी 2017 को खराब खाने का वीडियो कब उसके साथियों ने उसके फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट कर दिया उसे पता ही नहीं चला और कुछ देर में यह वीडियो वायरल हो गया.