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BSF ने पेश की मिसाल, बांग्लादेश में रहने वाली बहन को कराए भारतीय भाई के अंतिम दर्शन

बीएसएफ ने इंसानियत की मिसाल पेश करते हुए बांग्लादेशी बहन को उसके मृत भारतीय भाई के अंतिम दर्शन जीरो लाइन पर कराए. दोनों देशों के सीमा बलों ने मिलकर यह मानवीय कार्य किया. यह भावुक घटना 2 जनवरी 2025 को दक्षिण बंगाल फ्रंटियर की 67वीं बटालियन की मुस्तफापुर सीमा चौकी पर हुई.

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बांग्लादेशी बहन ने किए भारतीय भाई के अंतिम दर्शन
बांग्लादेशी बहन ने किए भारतीय भाई के अंतिम दर्शन

उत्तर 24 परगना जिले में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने मानवता की एक मिसाल पेश की. बांग्लादेश की एक बहन को उसके मृत भारतीय भाई के अंतिम दर्शन कराने के लिए बीएसएफ ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर जीरो लाइन पर व्यवस्था की.

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यह भावुक घटना 2 जनवरी 2025 को दक्षिण बंगाल फ्रंटियर की 67वीं बटालियन की मुस्तफापुर सीमा चौकी पर हुई. गांगुलाई गांव के निवासी अब्दुल खालिद मंडल का निधन हो गया था. सरदार बारिपोटा, बांग्लादेश में रहने वाली उनकी बहन ने अपने भाई को अंतिम विदाई देने की इच्छा जताई.

बीएसएफ मानवता की एक मिसाल पेश की

गांगुलाई के पंचायत सदस्य ने मुस्तफापुर सीमा चौकी के कंपनी कमांडर को इस बारे में सूचित किया. इसके बाद बीएसएफ ने बांग्लादेश बॉर्डर गार्ड्स (बीजीबी) के साथ समन्वय किया और मृतक की बहन और रिश्तेदारों को जीरो लाइन पर अंतिम दर्शन कराने की व्यवस्था की. इस दौरान दोनों तरफ से लोग भावुक हो गए. दोनों परिवार के सदस्यों ने सीमा बलों द्वारा अपनाए गए मानवीय दृष्टिकोण के लिए आभार व्यक्त किया.

बांग्लादेशी बहन को मृत भारतीय भाई के कराए अंतिम दर्शन

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मृतक के परिवार ने इस मानवीय कदम के लिए बीएसएफ और बीजीबी का आभार जताया. दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जनसंपर्क अधिकारी ने कहा कि बीएसएफ न केवल सीमा की रक्षा करती है, बल्कि सीमावर्ती लोगों की मानवीय और सामाजिक जरूरतों को भी पूरा करने के लिए हमेशा तत्पर रहता है.

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