अपनी जान की परवाह किए बिना पाकिस्तानी आतंकी को मार गिराने वाले शहीद कॉन्स्टेबल रॉकी को सम्मानित करने के लिए बीएसएफ पेशकश करेगी. रॉकी ने बहादुरी दिखाते हुए बस के अंदर से ही पाकिस्तानी आतंकी मोमिन को मार गिराया था.
बीएसएफ के मुताबिक, जिस वक्त आतंकी हमला हुआ, सेना के 43 जवान बस में थे और कवर के लिए झुके लेकिन रॉकी ने अपनी जान की परवाह किए बिना बंदूक उठाई और आतंकी पर निशाना साधा. भागते हुए आतंकी पर सटीक निशाना लगाते हुए रॉकी ने उसे मार गिराया.
हालांकि इस दौरान फायरिंग में रॉकी और उनके एक साथी को गोली लगी जिससे वे दोनों शहीद हो गए. सेना ने दूसरे आतंकी को जिंदा गिरफ्तार कर लिया है.
एक जवान हरियाणा तो दूसरा प. बंगाल से
शहीद जवानों में कॉन्स्टेबल रॉकी हरियाणा के रहने वाले थे. राज्य के यमुनानगर जिले की बिलासपुर तहसील के अंतर्गत आने वाले रामगढ़ मजरा गांव में उनका परिवार रहता है. जबकि दूसरे कॉन्स्टेबल सुभेंदु रॉय प. बंगाल से हैं. जलपाईगुड़ी के दौकीमारी के रहने वाले शुभेंदु को भी गोली लगी थी.
बार-बार बयान बदल रहा है आतंकी
गिरफ्तार आतंकी नावेद पूछताछ के दौरान बार-बार अपना बयान बदल रहा है. उसने अब तक चार बार अपना नाम बदला है. उसने चार आतंकियों के कोड वर्ड वाले नाम भी बताए हैं, जिनके साथ वह कश्मीर में ठहरा था. उससे लगातार पूछताछ जारी है.