सरकारी दूरसंचार कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) को वर्ष 2009-10 में 1,823 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ है, जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष के दौरान कंपनी ने 575 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था. कंपनी ने कहा है कि पिछले तीन साल के वेतन बकाये के भुगतान की वजह से उसे घाटा हुआ है. यह पहला मौका है जब बीएसएनएल घाटे में आई है.
बीएसएनएल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक कुलदीप गोयल ने संवाददाताओं को बताया कि आलोच्य तिमाही में कंपनी की कुल आय 10 फीसद की गिरावट के साथ 32,045 करोड़ रुपये रह गई, जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष में कंपनी की आय 35,812 करोड़ रुपये रही थी. बीएसएनएल का गठन अक्तूबर, 2000 में हुआ था. उसके बाद से यह पहला अवसर है जब कंपनी को घाटा हुआ है.
हालांकि, इस दौरान बीएसएनएल ने एक उपलब्धि भी हासिल की. उसके मोबाइल ग्राहकों का आंकड़ा दस करोड़ पर पहुंच गया है. बीएसएनएल के सीएमडी गोयल तीन साल तक पद पर रहने के बाद शनिवार को सेवानिवृत्त हो रहे हैं.
गोयल ने कहा कि हमने इस साल वेतन संशोधन लागू किया है. कर्मचारियों को तीन साल के बकाये का 2,900 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है. उन्होंने कहा कि यदि कर्मचारियों को वेतन बकाये का भुगतान नहीं किया जाता तो कंपनी को 703 करोड़ रुपये का पूर्व लाभ हुआ होता.