बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो जारी करने के समय को लेकर मोदी सरकार की मंशा पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने शुक्रवार को कहा कि बीजेपी सरकार इसका राजनीतिक फायदा लेना चाहती है. लिहाजा जब सर्जिकल स्ट्राइक हुआ तब उन्होंने कोई वीडियो नहीं दिखाया और अब दिखा रहे हैं.
सेना की सराहना, सरकार पर निशाना
मायावती ने कहा, 'पाकिस्तान की सीमा में घुसकर आतंकी ठिकानों को नष्ट करके भारतीय सेना के जवानों में साहस का प्रदर्शन किया है. हम इसकी सराहना करते हैं. किसी को सेना की इस कार्रवाई पर शक नहीं है और न ही किसी ने मोदी सरकार से इसका सबूत मांगा है. इसलिए इस मुद्दे को लेकर राजनीति नहीं किया जाना चाहिए. सेना के जवानों पर कोई संदेह नहीं है. हमें उन पर गर्व है.'
बीजेपी कर रही सेना का अपमान
मायावती ने कहा कि अब जब लोकसभा चुनाव नजदीक है तो सरकार इस तरह का हथकंडा अपना रही है ताकि उसे इसका फायदा 2019 के चुनावों में मिल सके. यह सेना के जवानो का अपमान है जो अपनी जान लगाकर दुश्मनों के खिलाफ सीमा पर लड़ते हैं. बसपा प्रमुख ने कहा, इतने वक्त के बाद सर्जिकल स्ट्राइक के वीडियो को दिखाने के पीछे की मंशा नोटबंदी और जीएसटी जैसे मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाना है.
Releasing video of #SurgicalStrike is nothing but an attempt by this Govt to distract people from their enormous failures before 2019. If they did it with intention of showing proof, then why did they not release video when strike was carried out?: BSP Chief Mayawati pic.twitter.com/SGQeOxu08O
— ANI UP (@ANINewsUP) June 29, 2018
बसपा प्रमुख ने कहा कि जनता बेवकूफ नहीं है. वह बीजेपी की इस राजनीति को समझ रही है. कांग्रेस की तरह बीजेपी भी देश के विकास पर ध्यान नहीं दे रही है. मोदी सरकार लोककल्याण के लिए काम नहीं कर रही है.
एक सुर में विपक्ष ने उठाए सवाल
गौरतलब है कि सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो सामने आने के बाद से विपक्षी दलों से मोदी सरकार की मंशा पर सवाल उठाए. कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों का कहना है कि सरकार अपनी नाकामी छिपाने के लिए इस वीडियो को जारी किया है.
कांग्रेस प्रवक्ता रनदीप सिंह सुरजेवाला ने गुरुवार सुबह प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी पर सर्जिकल स्ट्राइक का राजनीतिक इस्तेमाल करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने देश के शहीदों के बलिदान का अपमान किया. उनकी शहादत का लज्जाजनक इस्तेमाल किया. यूपीए कार्यकाल में भी सर्जिकल स्ट्राइक हुई है.
सेना के साथ भेदभाव का आरोप
उन्होंने कहा कि सरकार ने सेना के साथ भेदभाव किया है. सेना का रेजिमेंट अलाउंस सरकार ने घटाकर आधा कर दिया. सेना की कैंटीन पर भी सरकार ने जीएसटी लगा दी है. बीजेपी सर्जिकल स्ट्राइक की वीरगाथा पर वोट हथियाने की शर्मनाक कोशिश कर रही है. झूठे जुमलों पर देश अब जवाब मांग रहा है.