लोकसभा में खाद्य सुरक्षा बिल पर चर्चा करते हुए बसपा सांसद दारा सिंह चौहान ने एक तरफ तो सोनिया गांधी की भरपूर तारीफ की, वहीं बिल पर कुछ विपक्षी नेताओं खासकर बीजेपी वालों के अंग्रेजी में दिए भाषण की खिंचाई की. चौहान ने कहा कि मैं यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी को बधाई देना चाहूंगा. उन्होंने कहा कि गरीब अंग्रेजी नहीं समझता है, हिंदी समझता है, और आपने हिंदी में भाषण देकर उन लोगों के मुंह पर ताला जड़ने का काम किया है, जो हिंदी में वोट मांगते हैं और अंग्रेजी में भाषण देते हैं. इस तारीफ के बाद चौहान ने सोनिया पर तंज भी कसा कि मैडम अगर आपका समापन भाषण भी हिंदी में होता, तो और भी अच्छा होता.
इसके बाद बीएसपी नेता दार्शनिक धरातल पर चले गए और बोले कि आखिर ये बिल इतनी देर से क्यों आया. चौहान ने कहा कि देश में नारा लगता था कि ये आजादी झूठी है, इस देश की आधी आबादी भूखी है. फिर उन्होंने मौलिक सवाल उठाने की कोशिश करते हुए कहा कि कोई गरीब होता ही क्यों है. देश की आजादी की लड़ाई सबने लड़ी तो ये आर्थिक भेद कैसे हो गया. उन्होंने यह भी कहा कि हम आज तक गरीबी की परिभाषा भी तय नहीं कर पाए.