डीएमके के यूपीए से समर्थन वापसी के बाद बसपा प्रमुख मायावती ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी पार्टी यूपीए को समर्थन जारी रखेगी. उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक ताकतों को दूर रखेंगे.
मायावती ने कहा कि बीएसपी और यूपीए के बीच कुछ मुद्दों पर मतभेद हैं लेकिन उनकी पार्टी केंद्र को अपना समर्थन जारी रखेगी. माया ने कहा कि बसपा 2004 से ही यूपीए को बाहर से समर्थन दे रही है.
बसपा प्रमुख ने कहा कि यूपीए से समर्थन वापसी का मतलब है सांप्रदायिक ताकतों को मौका देना और उनकी पार्टी ऐसा नहीं चाहती. उन्होंने कहा कि पदोन्नति में आरक्षण विधेयक संसद में लंबित है और उनकी पार्टी लंबे समय से इसे पारित करने की मांग करती रही है.