बीएसपी सुप्रीमो मायावती के खासमखास नेता और राज्यसभा सांसद सतीश चंद्र मिश्र ने कांग्रेस के साथ चुनावी समझौते की संभावना को सिरे से खारिज कर दिया. मिश्र ने तीसरे मोर्चे का भी मजाक बनाते हुए कहा कि किसी को अपने नंबर पता नहीं हैं, फिर भी अटकलें लगाने में लगे हैं. बीएसपी नेता ने साफ किया कि उनकी पार्टी देश की सभी 543 लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी और किसी भी पार्टी से कोई राजनीतिक तालमेल नहीं किया जाएगा. मिश्र के मुताबिक इस बारे में जो भी इधर-उधर की बातें कही जा रही हैं, उन सबकी हवा 15 जनवरी को मायावती की रैली के बाद निकल जाएगी. गौरतलब है कि यह रैली मायावती के जन्मदिन के दिन लखनऊ में आयोजित की जा रही है.
मैं नहीं मिला हूं सोनिया गांधी से
अंग्रेजी अखबार ‘इंडियन एक्सप्रेस’ से बात करते हुए सतीश चंद्र मिश्र ने बीएसपी की राजनीतिक रणनीति के बारे में बात की. उन्होंने कहा कि मैं अकसर यह खबर पढ़ता हूं कि यूपी में लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के साथ गठबंधन के सिलसिले में मेरी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात हो रही है. लेकिन इन सबमें कोई सच्चाई नहीं है. बीएसपी अपने दम पर अकेले ही सिर्फ यूपी ही नहीं बल्कि पूरे देश में चुनाव लड़ेगी.
सपा-कांग्रेस दंगों के लिए जिम्मेदार
कांग्रेस नेताओं के इस तर्क पर कि अगर बीएसपी का दलित वोट बैंक और कांग्रेस का मुस्लिम वोट बैंक साथ आ जाए, तो अजेय हो जाएगा, सतीश चंद्र मिश्र ने कहा कि मुसलमान पूरी तरह से बीएसपी के साथ हैं. उनके मुताबिक मायावती के सीएम रहते एक भी दंगा नहीं हुआ. सपा राज में दंगे हो रहे हैं और केंद्र में बैठी कांग्रेस कुछ नहीं कर रही है.ऐसे में ये राजनीतिक दल किस आधार पर अल्पसंख्यकों पर प्रभाव का दावा कर सकते हैं.
मोदी का यूपी में कोई असर नहीं
नरेंद्र मोदी के यूपी में असर को पूरी तरह खारिज करते हुए सतीश चंद्र मिश्र ने कहा कि अभी तो बीजेपी की आपसी सिर फुटव्वल ही खत्म नहीं हुई है.राहुल गांधी पर मिश्र बोले कि उनके राजनीतिक करिश्मे का क्या हश्र हुआ ये उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के नतीजों से साफ है.
नंबर्स का पता नहीं, बात तीसरे मोर्चे की
तीसरे मोर्चे और इसमें बीएसपी की संभावित भूमिका को सिरे से खारिज करते हुए सतीश चंद्र मिश्र ने कहा कि यह एक जोक है. अभी यही नहीं पता कि किस पार्टी के कितने सांसद बन पाएंगे. ऐसे में किसी भी तरह के गुणा भाग का क्या मतलब है.