बजट सत्र के पहले दिन लोकसभा में गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता पक्ष समेत विपक्षी दलों के विभिन्न सांसदों से हंसी-मजाक के अंदाज में मुलाकात की. इस दौरान ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के एक सांसद ने प्रधानमंत्री से कहा, ‘ऐसा मूड हमेशा दिखाते रहिए.’ बजट सत्र के पहले दिन सदन की कार्यवाही आज राष्ट्रगान के साथ शुरू हुई और राष्ट्रपति के अभिभाषण की कॉपी सदन के पटल पर रखी गई.
इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ने सदन की बैठक पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी. अगली बैठक शुक्रवार सुबह 11 बजे से होगी जब पीयूष गोयल अंतरिम बजट पेश करेंगे.
लोकसभा की बैठक स्थगित होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे की पंक्ति में बैठे सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं से मुलाकात की. उन्होंने केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान से मुलाकात की. प्रधानमंत्री को सदन के भीतर बीजेपी सांसद कलराज मिश्र से कुछ देर बातचीत करते हुए भी देखा गया.
वरिष्ठ नेताओं से मिले मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समाजवादी पार्टी के सांसद मुलायम सिंह यादव, कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे, टीएमसी के सुदीप बंदोपाध्याय और जेडीएस सांसद एच डी देवगौड़ा के पास जाकर उनसे हाथ मिलाया और उनका हालचाल जाना.
प्रधानमंत्री ने अकाली दल के प्रेमसिंह चंदूमाजरा, बीजेडी के भर्तृहरि महताब और सपा के धर्मेंद्र यादव से भी हाथ मिलाकर बातचीत की. लेकिन जब पीएम मोदी ने टीएमसी के सुदीप बंदोपाध्याय के पास पहुंचकर बातचीत की तो ममता बनर्जी की पार्टी के नेता ने उनसे कहा, ‘ऐसा मूड हमेशा दिखाते रहिए.’इस पर आस-पास खड़े सभी सांसद जोर से हंसने लगे.
बाद में पीएम मोदी ने खड़गे के पास जाकर उनसे भी बातचीत की और कुछ सेकेंड की गुफ्तगू के बाद दोनों नेताओं को खुलकर हंसते हुए देखा गया. खड़गे वैसे सदन में बीजेपी के खिलाफ काफी तल्ख तेवर अख्तियार करते रहते हैं. हालांकि ये मुलाकात दोनों नेताओं के बीच शिष्टाचार के तौर पर हो रही थी.
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी जब सदन में पहुंचे तो उन्होंने बीजेपी सदस्य और पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय से भी कुछ सेकेंड तक बातचीत की. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से भी उन्हें कुछ पल बातचीत करते देखा गया.
संसद का बजट सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री ने सभी सांसदों से सदन की कार्यवाही को सुचारू ढंग से चलाने की अपील की है. उन्होंने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए यह कि जो भी सांसद सदन छोड़कर भागते हैं उनके प्रति देश की जनता के मन में स्वाभाविक तौर पर नाराजगी पैदा हो जाती है.