पश्चिम बंगाल पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए बर्धवान ब्लास्ट केस के मुख्य साजिशकर्ता साजिद को गिरफ्तार कर लिया. साजिद बांग्लादेशी नागरिक है. इसके बारे में कहा जाता है कि वह आतंकवादी समूह जमात उल मुजाहिदीन बांग्लादेश (JMB) का मुख्य कमांडर है.
साजिद को विधाननगर पुलिस कमीशनरी के पुलिस दल ने शनिवार दोपहर उत्तर 24 परगना जिले के हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया. विधाननगर पुलिस आयुक्त राजीव कुमार ने संवाददाताओं से कहा, ‘आज हमने एक व्यक्ति शेख रहमतुल्ला को गिरफ्तार किया. वह बांग्लादेशी है. पूछताछ के बाद इस बात का खुलासा हुआ कि वह साजिद है, जो बर्धवान विस्फोट मामले में शामिल था. वह बर्धवान मॉड्यूल का प्रमुख भी है. इसकी इस तथ्य से भी पुष्टि होती है कि एनआईए ने 10 लाख रुपये का नकद इनाम घोषित किया था.’
राजीव कुमार ने कहा, ‘साजिद उर्फ शेख रहमतुल्ला जमात उल मुजाहिद्दीन का सदस्य है तथा जमात की केंद्रीय कमेटी मजलिसे सुरा का भी सदस्य है.’ उपायुक्त (जासूसी विभाग) कंकड़ प्रसाद बौरी ने कहा कि साजिद बर्धवान विस्फोट मामले का मुख्य षड्यंत्रकर्ता है.
राजीव कुमार के अनुसार विधाननगर पुलिस कमीशनरी ने पैसे और कुरियर के साथ एक जाल बिछाया. जो कुरियर और पैसा लिए हुए था, उसे पुलिस ने इसके लिए विश्वास में लिया कि वह साजिद को लाए. जब वह पैसे लेने के लिए आया, तो पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. उसके पास से करीब एक लाख रुपये बरामद किए गए.
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि 40 वर्षीय साजिद की गिरफ्तारी से एनआईए की जांच में नई जान आ गई है, नहीं तो गत दो अक्टूबर को हुए विस्फोट मामले में कोई सुराग नहीं मिलने के चलते यह आगे नहीं बढ़ पा रही थी.
साजिद मुर्शिदाबाद जिले के मुकीमनगर स्थित लालगोला मदरसे के पास रह रहा था. पश्चिम बंगाल पुलिस साजिद को एनआईए को सौंपेगी. गत दो अक्टूबर को बर्धवान नगर के खगरागढ़ स्थित एक मकान में विस्फोट हुआ था, जिसमें शकील अहमद नाम के एक व्यक्ति की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी, जबकि एक अन्य सोवन मंडल ने अस्पताल में दम तोड़ दिया था. दोनों के बारे में संदेह है कि उनका जेएमबी से संबंध था.
इस विस्फोट में एक अन्य व्यक्ति हसन साहब घायल हो गया था. उसने कुछ सूचना दी थी, जिसकी मदद से छह व्यक्तियों को असम से गिरफ्तार किया गया. दो महिलाएं ही इस विस्फोट के षड्यंत्र के बारे में कुछ ठोस सूचना मुहैया करा पाईं, जिसमें से एक विस्फोट में मारे गए एक व्यक्ति की पत्नी थी.
गिरफ्तार व्यक्तियों ने साजिद और उसकी पत्नी फातिमा की सिमुलिया मदरसे में ‘प्रमुख प्रशिक्षक’ के तौर पर पहचान की, जहां लोगों को जेहाद की शिक्षा दी जाती थी और उन्हें आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त रहने के लिए तैयार किया जाता था.
साजिद के बारे में आरोप है कि उसने एक अन्य बांग्लादेशी नागरिक कौसर को बर्धवान में मदरसे के लिए जमीन खरीदने के लिए 8.75 लाख रुपये दिये थे.
साजिद से पूछताछ से जेएमबी की भारत के साथ ही बांग्लादेश में उसकी योजनाओं और उन करीब 40 आईईडी के जानकारी मिलने की उम्मीद है, जो दो अक्टूबर को विस्फोट से पहले यहां लाए गए थे.
---इनपुट भाषा से